scriptपहले शराब में मिलाकर पिलाई जहर, फिर भी नहीं मरा तो युवक का दबा दिया गला, मौत के बाद किया ये, 3 गिरफ्तार | Planned murder: Young man planned murder, 3 arrested | Patrika News

पहले शराब में मिलाकर पिलाई जहर, फिर भी नहीं मरा तो युवक का दबा दिया गला, मौत के बाद किया ये, 3 गिरफ्तार

locationअंबिकापुरPublished: Nov 25, 2019 08:02:13 pm

Planned murder: सडक़ किनारे पड़ा मिला था युवक का शव, गले व चेहरे पर थे चोट के निशान, जमीन विवाद में योजना बनाकर की गई हत्या

पहले शराब में मिलाकर पिलाई जहर, फिर भी नहीं मरा तो युवक का दबा दिया गला, मौत के बाद किया ये, 3 गिरफ्तार

Murder accused arrested

अंबिकापुर/राजपुर। पस्ता थाना अंतर्गत ग्राम कण्डा में एक कोड़ाकु युवक की 22 नवंबर की रात हुई हत्या (Murder) की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में पुलिस ने गांव के ही 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। दरअसल खेत के विवाद को लेकर तीनों आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से युवक को मौत के घाट (Young man murder) उतार दिया था। पुलिस ने तीनों को सोमवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के पस्ता थानांतर्गत ग्राम कंडा स्थित मिडिल स्कूल के सामने सडक़ पर 23 नवंबर की सुबह देवसाय कोड़ाकू पिता शिवप्रसाद 37 वर्ष का शव मिला था। शव के गले व चेहरे पर चोट के निशान मिले थे। इसकी सूचना देवसाय कोड़ाकू के भाई मानसाय ने पस्ता थाने में दी थी। (Planned murder)
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अपराध दर्ज कर आरोपियों की खोजबीन शुरु कर दी थी। एसपी टीआर कोशिमा, एएसपी प्रशांत कतलम एवं डीएसपी एनएल धृतलहरे के मार्गदर्शन में ग्राम कंडा में थाना प्रभारी एसआई अमित सिंह बघेल द्वारा ग्राम कंडा में कैंप लगाकर जांच की गई।
इस दौरान पता चला कि मृतक देवसाय कोड़ाकू की जमीन को गांव के ही रामप्रताप साव उर्फ अवधेश गुप्ता 35 वर्ष ने बंधक रखा है और उसपर खेती करते आ रहा था। इस बात को लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था। 22 नवंबर को रामप्रताप साव उक्त खेत से धान की फसल काट रहा था।
इसे लेकर देवसाय कोड़ाकू से उसका विवाद हो गया। पुलिस ने जब रामप्रताप व उसके चरवाहे अखिलेश सिंह 28 वर्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। हत्या (Murder) में उनका एक अन्य साथी गांव का ही धनुषधारी यादव 45 वर्ष भी शामिल था।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी रामप्रताप साव, धनुषधारी यादव व अखिलेश सिंह को गिरफ्तार कर उन्हें धारा 302, 201, 34 के तहत अपराध दर्ज कर सोमवार को जेल भेज दिया। कार्रवाई में थाना प्रभारी के अलावा एएसआई रमेश एक्का, आरक्षक बृजेंद्र भगत, गोपाल राम, मोती राजवाड़े, कृष्ण खेस, राममुरत यादव तथा साइबर सेल के आरक्षक सुधीर सिंह व सुयश कुमार शामिल रहे।

हत्या करने के लिए बनाया प्लान
22 नवंबर की रात करीब 8.30 बजे मुख्य आरोपी रामप्रताप साव ने अपने चरवाहे अखिलेश को एक बोतल महुआ शराब व 50 रुपए देकर देवसाय कोड़ाकू को उसके घर से निकालने भेजा। रामप्रताप के कहे अनुसार अखिलेश उसके घर गया और देवसाय को लेकर गांव में निकल गया। इस बीच पीछे से रामप्रताप साव अपने साथी धनुषधारी यादव के साथ पहुंचा। यह देख देवसाय ने रामप्रताप से गाली-गलौज शुरु कर दी। इसके बाद धनुषधारी ने रामप्रताप के कहने पर देवसाय को साथ में शराब पीने चलने को कहा।

शराब में मिला दिया कीटनाशक, गला दबाकर मारा
देवसाय जब शराब पीने को राजी हो गया तो रामप्रताप ने शराब के बोतल में कीटनाशक मिलाकर धनुषधारी को दे दिया। इसके बाद धनुषधारी ने उसे कीटनाशक मिली शराब पिला दी। शराब पीने के बाद देवसाय वहीं लेट गया। इधर तीनों ने ये सोचा कि वह मर चुका है और चले गए।
वे मीडिल स्कूल के पास पहुंचे ही थे कि देवसाय पीछे से पहुंच गया और उल्टी करते हुए सडक़ किनारे गिर गया। इसी बीच रामप्रताप ने दास्ताना पहने हाथ से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।

हत्या को दुर्घटना दिखाने की कोशिश
हत्या करने के बाद तीनों ने उसे सडक़ दुर्घटना दिखाने की कोशिश में शव को सडक़ किनारे फेंक दिया और वहां से चले गए। इधर रामप्रताप ने दास्ताने को घर में ले जाकर जला दिया। पुलिस ने बतौर सबूत शराब की बोतल, कीटनाशक की पुडिय़ा और जले हुए दास्ताने को बरामद कर लिया है।

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