गु्रप से किया गया रिमूव, गु्रप भी डिलीट
व्हाट्सएप गु्रप में वीडियो वायरल होने के ग्रुप में इसकी निंदा की गई। कई लोगों ने कहा कि विधायक ऐसा पोस्ट कैसे कर सकते हैं। सदस्यों ने इस पर नाराजगी भी जताई। इसके बाद उसने गु्रप को ही डिलीट कर दिया। इसे लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं।
नहीं लिया गंभीरता से
विधायक का मोबाइल रात में ही गुम हो गया था। इसको उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। पत्रिका से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि ऐसा उनके साथ कभी नहीं हुआ कि उनके मोबाइल से कभी अश्लील वीडियो या मैसेज पोस्ट हुए हों। उन्होंने कहा कि कई बार उनका मोबाइल किसी के यहां छूट चुका है लेकिन अगले दिन मिल गया था।
सरपंच की माता के काम-क्रिया में गया था
विधायक वृहस्पत सिंह ने पत्रिका से बातचीत के दौरान बताया कि वे एक सरपंच की माता के निधन के बाद उसके क्रियाकर्म में शामिल होने गए थे। इस दौरान 4-5 जगहों पर और भी गया था। इस दौरान मुझे लगा कि मेरा मोबाइल कहीं छूट गया। घर लौटते तक रात के 1 बज गए थे। हर बार की तरह मुझे लगा कि किसी परिचित के पास ही होगा और सुबह तक मिल जाएगा।
मुझे एंड्रॉयड मोबाइल चलाना ही नहीं आता
पत्रिका से बातचीत में विधायक ने बताया कि उन्हें तो एंड्र्र्रायड मोबाइल चलाना ही नहीं आता। कुछ भी पोस्ट करना होता है तो मेरे पीएसओ से कहकर करवा लेता हूं। मेरे मोबाइल में मैने कोई पासवर्ड भी डालकर नहीं रखा है। विधायक की यह बात भी संदेह को जन्म देता है।
बदनाम ही करना था तो कुछ और पोस्ट कर देते
विधायक का कहना है कि जिस किसी के हाथ भी मेरा मोबाइल लगा है, यदि उसे बदनाम ही करना था तो कुछ और लिख देता। ऐसे पोस्ट नहीं करने चाहिए थे। उन्होंने बताया कि उक्त नंबर पर मेरे एक परिचित ने कॉल भी किया था। कॉल उठाने वाले की आवाज सुनकर जब उसने रिएक्ट किया तो उसने मोबाइल स्वीच ऑप कर दिया।
वृहस्पत सिंह, विधायक, रामानुजगंज विस क्षेत्र
घटिया मानसिकता का परिचायक
इनका यही स्तर है। ये सब घटिया मानसिकता के लोग हैं। मोबाइल गुम नहीं हुआ है, इसके बाद भी विधायक ने कॉल किया है। जिस तरह आम लोगों के लिए क्राइम के बाद कानून में कार्रवाई बनती है, वैसा ही किया जाना चाहिए। यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो पार्टी या संगठन जैसा चाहेगी, वैसा ही करेंगे।
रामविचार नेताम, राज्यसभा सांसद, भाजपा