उसमें लिखा है कि ससुराल वालों की कोई गलती नहीं है, मैं अपने जीवन से तंग आ चुकी हूं। इस मामले को लेकर मंगलवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दोनों पक्षों के बीच विवाद की स्थिति बनी रही। नायब तहसीलदार की उपस्थिति में वीडियोग्राफी के बीच शव का पंचनामा कराया गया। इसके बाद शव का पीएम दो चिकित्सकों की टीम द्वारा किया गया।
सुरजपुर जिले के पर्री निवासी अशोक सोनी की 25 वर्षीय पुत्री श्वेता सोनी की शादी मई 2018 में अंबिकापुर कंपनी बाजार निवासी 30 वर्षीय विशाल सोनी से हुई थी। एक सप्ताह में ही उसकी डिलीवरी होने वाली थी। सोमवार की दोपहर मोबाइल पर अपनी मां अंजू सोनी से बात की थी।
श्वेता ने मां को बताया कि अच्छा नहीं लग रहा है, मैं परेशान हूं। मोबाइल पर ज्यादा बात करती हूं तो ससुराल वाले इसका विरोध करते हैं। इसके बाद ससुर को खाना देने की बात कह कर फोन रख दी। चार बजे मृतिका ने ससुर को खाना दिया।
आधा खाना खिलाने के बाद अपनी सास को बोली कि मैं अपने कमरे में फ्रेश होने जा रही हूं। पापा को खाना खिला दीजिएगा। इसके बाद वह कमरे में चली गई और भीतर से कमरा बंद कर लिया। कुछ देर बाद श्वेता की मां ने कॉल किया तो मोबाइल श्वेता की सास ने उठाया।
उसने कहा कि बहू फ्रेश होने गई है कमरा नहीं खोल रही है। बाहर निकलती है तो बात करा दूंगी। इसके बाद परिजन दरवाजा खुलवाने का प्रयास करते रहे। इसके बाद श्वेता की सास ने अपने बेटे विशाल को फोन कर घटना की जानकारी दी। वह दुकान बंद कर तत्काल अपने घर पहुंचा।
बाप-बेटे ने कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो पंखे में वह फांसी पर लटकी हुई थी। परिजन ने तत्काल उसे फंदे से उतारा और मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
6 बजे मृतिका की मां ने फिर किया कॉल
मृतिका की मां ने पुलिस को बताया कि सोमवार की शाम ६ बजे फोन जब उसने कॉल किया तो बेटी के ससुर अशोक सोनी ने फोन उठाया था। वह बोले की आपकी बेटी आत्महत्या कर ली है। हम सब अस्पताल में हैं। सूचना पर हमलोग तत्काल अस्पताल पहुंचे।
परिजन ने लगाया प्रताडऩा का लगाया आरोप
सूचना पर मृतिक के माता-पिता व अन्य लोग मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। इस दौरान मृतिका की मां ने ससुराल वालों पर प्रताडऩा का आरोप लगाया है। घटना के बाद से दोनों पक्षों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी।
सूचना पर सीएसपी आरएन यादव, कोतवाली टीआई केके सिंह, मणिपुर चौकी प्रभारी प्रमोद यादव सुबह से ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डटे थे। नायब तहसीलदार की उपस्थिति में वीडियोग्राफी के बीच शव का पंचनामा कराया गया। इसके बाद शव का पीएम डॉ. अखलनंदा व डॉ. व्हीसी पैकरा द्वारा किया गया।
सुसाइड नोट में ये लिखा
मृतिका ने आत्महत्या करने से पूर्व अपने कमरे में सुसाइड नोट भी छोड़ा था जिसे कोतवाली पुलिस ने बरामद कर लिया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि ससुराल वालों की कोई गलती नहीं है।
मैं अपनी जिन्दगी से परेशान हो चुकी हूं। फिलहाल पुलिस इस मामले में मर्ग कायम कर पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पुलिस सुसाइड नोट की भी जांच कराएगी।