शिवनाथ गोंड़ पिता शिवरतन गोड़ उम्र 48 वर्ष सूरजपुर जिले के चंदौरा चौकी क्षेत्र के ग्राम रूपनियापानी का रहने वाला था। वह वर्ष 2014 में हत्या के मामले में सूरजपुर जेल में बंद था। इसके बाद उसे वर्ष 2015 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, तब से उसे केन्द्रीय जेल अंबिकापुर में शिफ्ट कराया गया था।
15 से ज्यादा बंदी अभी भी हैं अस्पताल में भर्ती
मई-जून की गर्मी से लोग बेहाल हैं। वहीं इसका असर केन्द्रीय जेल (Central Jail) में भी देखा जा रहा है। तेज धूप व उमस भरी गर्मी से केन्द्रीय जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी बीमार हो रहे हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो १३ मई से १ जून के बीच ४ बंदियों की मौत इलाज के दौरान अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हो गई है।
क्षमता से अधिक हैं बंदी
पिछले 15 दिनों में 4 बंदियों की मौत की घटना पर केन्द्रीय जेल अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड़ का कहना है कि बंदियों की मौत अलग-अलग बीमारी से हुई है। वहीं तेज धूप व उमस भरी गर्मी के बीच क्षमता से अधिक बंदी केन्द्रीय जेल में हैं।
स्वास्थ्य कैंप के लिए लिखा पत्र
केन्द्रीय जेल अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड़ ने बताया कि मौसम के उतार चढ़ाव होने के कारण बंदी बीमार हो रहे हैं। बंदियों की बीमारी को देखते हुए सीएमएचओ व अस्पताल अधीक्षक को पत्र लिखा है ताकि केन्द्रीय जेल में स्वास्थ्य कैंप लगाया जा सके। कैंप लगाने से बीमारी का पता चल पाएगा और स्थिति में सुधार हो सकता है। अस्पताल में मात्र एक महिला डॉक्टर होने के कारण परेशानी हो रही है।