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बच्चों से कलेक्टर बोले- सिर्फ दाल-चावल तक न रहें सीमित, दैनिक आहार में मौसमी फल भी करें शामिल

locationअंबिकापुरPublished: Jul 04, 2022 08:36:57 pm

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय बलरामपुर के प्रांगण में एक दिवसीय किशोर स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला का आयोजन कलेक्टर विजय दयाराम के की अध्यक्षता में किया गया।

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बच्चों से कलेक्टर बोले- सिर्फ दाल-चावल तक न रहें सीमित, दैनिक आहार में मौसमी फल भी करें शामिल

अंबिकापुर। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय बलरामपुर के प्रांगण में एक दिवसीय किशोर स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला का आयोजन कलेक्टर विजय दयाराम के की अध्यक्षता में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्र निर्माण हेतु किशोरों को अपनी पूर्ण क्षमता हासिल करने में सक्षम बनाने देश के हर गांव, हर शहर मे स्वास्थ्य का एक व्यापक कार्यक्रम उपलब्ध कराना जो कि किशोरियों और किशोरों के ६ महत्वपूर्ण पहलुओं पोषण सुधार, चोट व हिंसा से रोक, मानसिक स्वास्थ्य सुधार, नशीले पदार्थों के प्रयोग से बचाव, गैर संचारी रोगों में कमी तथा यौनिक और प्रजनन स्वास्थ्य सुधार पर केन्द्रित है।
कार्यक्रम को उद्बोधित करते हुए कलेक्टर विजय दयाराम के ने कहा कि हम सभी को स्वास्थ्य योद्धा के रूप में समाज कल्याण हेतु अपने परिवार, गांव एवं मोहल्ला के लोगों को शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्वों का समान अनुपात, आहार के रूप में लेने हेतु जागरूक करना चाहिए। उन्होंने स्कूली छात्र-छात्राओं से कहा कि सिर्फ दाल-भात खाबो तक ही सीमित नहीं रहना है, उसके साथ मौसमी फलों को भी नियमित रूप से खाना है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को जिले के समस्त विद्यालयों में फूड चार्ट चस्पा करने एवं उसका नियमित पालन कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आगामी दिवस में संकुल स्तर पर कक्षा 6वीं से 12वीं तक के समस्त स्कूलों में राष्ट्रीय किशोर कार्यक्रम एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देने हेतु निर्देशित किया। स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् शत-प्रतिशत् स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देकर स्वास्थ्य योद्धा बनाने तथा स्वास्थ्य योद्धा बच्चों द्वारा अंतिम छोर तक स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त हो सके, ऐसी पहल करने की बात कही।
कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी डॉ. अलक अनुरागी मिंज एवं यूनिसेफ सलाहकार लेखिका साहू ने किशोरावस्था में होने वाले आवश्यक परिवर्तन के बारे में सुझाव एवं उपचार, मानसिक स्वास्थ्य, मुख दंत स्वास्थ्य, तम्बाकू निषेध, नशा मुक्ति, हाथों की सफाई, एचआईवी एड्स, उल्टी-दस्त, डायरिया, मलेरिया, डेंगू इत्यादि के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस दौरान वहां उपस्थित समस्त स्कूली छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण, एनीमिया जांच तथा कोविड टीकाकरण किया गया।कार्यक्रम में एसडीएम भरत कौशिक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम गणपत नायक, डॉ. एचएस मिश्रा सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक एवं स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

मौसमी फलों में पर्याप्त पोषक तत्व
कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीता यादव ने बच्चों को अपने दैनिक आहार में मौसमी फल शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यहां अलग-अलग मौसम में उपलब्ध होने वाले फलों में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाये जाते हैं, जैसे जामुन, अमरूद, पपीता इत्यादि। पोषण आहार के प्रति जागरूकता के अभाव में अनेक किशोर खून की कमी सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं, जिन्हें पौष्टिक आहार लेकर दूर किया जा सकता है।
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