‘महोत्सव को बेहतर करने का प्रयास’
कलक्टर संजीव कुमार झा ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि रामगढ़ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक तीनों का संगम स्थल है। वनवास काल में भगवान राम यहां विश्राम किए थे। महाकवि कालिदास ने अपनी रचना मेघदूतम का सृजन किया था। मेघदूतम में कालिदास ने यक्ष द्वारा अपनी विरह वेदना को व्यक्त करने के लिए अपनी प्रेयसी को मेघों के माध्यम से संदेश भेजने में प्रकृति का सुंदर चित्रण किया है। उन्होंने कहा कि रामगढ़ महोत्सव कोरोना संक्रमण के कारण विगत दो वर्ष अयोजित नहीं हुआ। इस बार संक्रमण कम होने के कारण पुन: आयोजन किया जा रहा है। इस बार का आयोजन पूर्व वर्षों से बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि लोग यहां से संतुष्ट और प्रसन्न होकर जाएं।
राहुल की सलामती की प्रार्थना, बैगा से कराई गई पूजा
जांजगीर जिले के पिहारिद गांव में बोर में फसे 10 वर्षीय राहुल की सलामती के लिए पूरा प्रदेश दुआ करता रहा। ऐसा ही नजारा सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड में आयोजित रामगढ़ महोत्सव के दौरान देखने को मिला, जहां जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन द्वारा रामगढ़ महोत्सव की शुरुआत से पहले राहुल की सलामती के लिए प्रार्थना की गई। साथ ही रामगढ़ स्थित मंदिर में बैगा द्वारा राहुल की सकुशल वापसी के लिए पूजा एवं प्रार्थना कराई गई। जनप्रतिनिधियों, जिला प्रशासन के तमाम अधिकारियों और वहां मौजूद जनता ने मिलकर राहुल की सलामती के लिए दुआएं की।