गौरतलब है कि 16-17 वर्षीय एक किशोरी मणिपुर चौकी अंतर्गत चेउरपारा में रहकर मजदूरी करती थी। उसके साथ रायगढ़ के धरमजयगढ़, बाकारूम, उदयपुर निवासी रेशम लाल राठिया तथा उसकी पत्नी सीमा राठिया भी साथ रहकर काम करते थे। 23 मई की दोपहर करीब 12 बजे किशोरी की लाश मणिपुर चौकी के सामने करीब 200 मीटर दूर खेत में नग्न लाश मिली थी।
वारदात के बाद रायगढ़ भाग गए थे आरोपी
किशोरी की हत्या की गुत्थी सुलझाने आईजी अजय यादव ने आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए। एसपी के निर्देशन, एएसपी के मार्गदर्शन तथा सीएसपी के नेतृत्व में संयुक्त टीम का गठन किया गया। वहीं घटनास्थल से फॉरेंसिक व डॉग स्क्वायड (Dog Squad) की टीम से मिले सबूत के आधार पर पुलिस ने आरोपी को पकडऩे टीम को अलग-अलग जिले में रवाना किया।
आरोपी ने किया था बलात्कार
22 मई को आरोपी रेशम लाल ने किशोरी से गलत संबंध बनाने को कहा तो किशोरी ने मना कर दिया। इसके बाद आरोपी ने उसके साथ जबरन गलत संबंध बनाया। इस पर किशोरी ने कहा कि वह ये बात अपने परिजनों व सहेलियों को बताएगी। किशोरी की ये बात सुनकर रेशमलाल व उसकी पत्नी सीमा ने दुपट्टे से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में निरीक्षक थाना प्रभारी कोतवाली भारद्वाज सिंह, थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक अलरिक लकड़ा, उप निरीक्षक अनीता आयाम चौकी प्रभारी मणिपुर, ओपी यादव, सरफराज फिरदौसी, एएसआई भूपेश सिंह, अभिषेक पाण्डेय, विवेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक पन्नालाल, सुधीर सिंह, आरक्षक अनुज जायसवाल, जितेश साहू, विरेन्द्र पैकरा, विकास सिंह, अमित विश्वकर्मा, बृजेश राय, सीनू फिरदौसी, अतुल सिंह, जयदीप सिंह, अमृत सिंह, प्रविंद्र सिंह, सुयश पैकरा, लालदेव सिंह, अतुल शर्मा, चंचलेश के साथ जिला रायगढ़ सायबर सेल का सक्रिय योगदान रहा।