गौरतलब है कि एनीकट का गेट एनीकट निर्माण होते ही क्षतिग्रस्त हो गया था। इस कारण एनीकट से सारा पानी निकल जाता था और एनीकट में पानी का पर्याप्त भंडारण नहीं हो पाता था। इस वर्ष भी अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में ही एनीकट से पूरा पानी निकल जाने के कारण नगर में भीषण जल संकट गहराने लगा है इस बीच जिले के प्रभारी मंत्री एवं विधायक के निर्देश के बाद कार्यपालन अभियंता संजय ग्रायकर एनीकट का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
वहीं शनिवार को विद्युत यांत्रिकी लाइट एवं मिशनरी उप संभाग अम्बिकापुर से झूमर राम के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम गेट को सुधारने के लिए पहुंची। झूमर राम ने बताया कि तीन से चार दिन में गेट को सुधार दिया जाएगा। हेड स्टॉक को आज बनाएंगे, वहीं गेट को निकालने के बाद उसके बाद ही पानी लीकेज कैसे हो रहा है, उसका पता चलेगा जिसे सुधारने के लिए कार्य करेंगे।
वहीं विधायक बृहस्पत सिंह के निर्देश के बाद नगर की 25 हजार आबादी के लिए एनीकट उपयोगी बन सके। इसके लिए जल संसाधन विभाग बड़ी कार्य योजना बना रहा है, संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री के जिला प्रवास के दौरान इसकी घोषणा भी हो। नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि विभाग से विगत कई वर्षों से हम लोगों द्वारा एनीकट के गेट का सुधार कराए जाने की मांग की जा रही थी, परंतु अधिकारी इसे अनसुना करते रहे। यदि एनीकेट का गेट पहले बन जाता तो नगर में जो भीषण जल संकट के आसार बन रहे हैं, वह नहीं बनते।
तत्कालीन अधिकारियों ने नहीं ली सुध
निर्माण के समय से ही एनीकट का गेट खराब है परंतु जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों के निर्देश और नाराजगी के बाद भी तत्कालीन अधिकारियों ने एनीकट देखने तक की जहमत नहीं उठाई। फिर वे सुधार कैसे कराते , ऐसा सोचना भी बेमानी साबित होगा। प्रभारी मंत्री एवं विधायक के निर्देश के बाद गेट को सुधारने की पहल अब प्रारंभ हो गई है।
गेट सुधारने के नाम पर करोड़ों का बंदरबांट
जल संसाधन विभाग के तत्कालीन अधिकारियों द्वारा विगत कई वर्षों से लगातार भ्रष्टाचार के नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे थे। यहां तक कि जलाशयों के मरम्मत, गेट सुधार, एनीकट के मरम्मत सुधार के नाम पर करोड़ों रुपए प्रत्येक वर्ष आहरण होते रहे परंतु जमीनी हकीकत यह रही कि किसी भी जलाशय एवं किसी भी एनीकट के गेट का सुधार नहीं हुआ। मरम्मत एवं सुधार के नाम पर पैसों का आहरण कर उनका बंदरबांट कर लिया गया।
एनीकट के लीकेज गेट को सुधार कराने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। 3 से 4 दिन में गेट को सुधार करा लिया जाएगा, वहीं एनीकट नगरवासियों के लिए उपयोगी बन सके, इसके लिए विस्तृत कार्य योजना जनप्रतिनिधियों की राय से बन रही है। संजय ग्रायकर, ईई, जल संसाधन विभाग