Road Satyagraha: सरगुजा जिले की खराब व बदहाल सड़कों (Shabby road) को लेकर शुरु हुआ सड़क सत्याग्रह, शहर में सत्याग्रह रैली (Satyagraha Rally) निकालकर शासन-प्रशासन (Government-Administration) तक पहुंचाई आवाज, आगे भी सड़क की लड़ाई लडऩे को तैयार
Candles burnt from road accident death people
अंबिकापुर. Road Satyagraha) सरगुजा की खराब और बदहाल सड़कों को लेकर अब आवाज बुलंद होनी शुरू हो गई है। गैर राजनीतिक मंच सड़क सत्याग्रह के जरिए अब सड़क जैसी मूलभूत सुविधा और अपने अधिकार की मांग को लेकर रविवार को सड़क सत्याग्रह के बैनर तले सत्याग्रह मार्च का आयोजन किया गया।
शहर के घड़ी चौक से शाम को सड़क सत्याग्रह रैली (Satyagraha Rally) निकाली गई जो अंबेडकर चौक तक गई। यहां से वापस लौट कर शहर के हृदय स्थल गांधीचौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष सड़क के अंधकार को दूर करने व दुर्घटना में मृत लोगों की याद में कैंडल जलाए गए। इसके बाद कार्यक्रम समाप्त किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
गौरतलब है कि बदहाल सड़कों से आमजन को भुगतनी पड़ रही पीड़ा को लेकर सड़क सत्याग्रह का मंच तैयार किया गया है। ३ नवंबर को सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में प्रबुद्धजनों की उपस्थिति में सड़क सत्याग्रह के माध्यम से सुव्यवस्थित सड़क के लिए अपनी आवाज तेज करने के लिए सहमति बनी थी।
इस दौरान मौजूद प्रबुद्ध जनों ने कहा था कि सड़कें विकास की धमनियां होतीं हंै, अगर धमनियां ही खराब होंगी तो आगे क्या होगा, अच्छी सड़क हमारा अधिकार है। IMAGE CREDIT: Satyagraha march in Ambikapur people सड़क सत्याग्रह की शुरुआत में उपस्थित कई लोगों ने खराब सड़कों को लेकर अपनी आवाज शासन-प्रशासन तक पहुंचाने के लिए कई सुझाव भी दिए और इस सत्याग्रह में कदम से कदम मिलाकर आगे बढऩे सहमति दी। इसी सहमति के आधार पर रविवार को सत्याग्रह के बैनर तले विशाल सत्याग्रह मार्च का आयोजन किया गया।
सड़क दुर्घटना में मृत लोगों की याद में जलाए कैंडल शहर के घड़ी चौक से शाम को सड़क सत्याग्रह रैली निकाली गई जो अंबेडकर चौक तक गई। यहां से वापस लौट कर शहर के हृदय स्थल गांधी चौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष सड़क के अंधकार को दूर करने व दुर्घटना में मृत लोगों की याद में कैंडल जलाए गए। इसके बाद कार्यक्रम समाप्त किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए।