अंबिकापुर में रोहिंग्या शरणार्थियों के बसे होने पर ये बोले स्वास्थ्य मंत्री टीएस, जांच करने कलक्टर को लिखा पत्र
महामाया पहाड़ हमारी पर पिछले कुछ समय से योजनाबद्ध षडयंत्र के तहत यहां अतिक्रमण की होड़ से इसके अस्तित्व पर संकट उपस्थित हो रहा है। आज रोहिंग्या की आड़ लेकर अनर्गल विवाद खड़ा कर ध्यान भटकाने का प्रयास करने वाले और उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग करने वाले उस समय कहां थे,
जब कांग्रेस नेता पी. चिदम्बरम और शशि थरूर आदि ने रोहिंग्याओं के समर्थन में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इनकी मदद करने कहा था। असम के इनके नेताओं ने रोहिंग्या के समर्थन में खड़े होकर जब भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था तब क्या उन पर कार्यवाही की मांग टीएस सिंहदेव ने की थी।
अंबिकापुर का प्रत्येक नागरिक महामाया पहाड़ की वन भूमि पर कब्जे को रोकने और अतिक्रमण मुक्त करने को दृढ़ संकल्पित है। इसके समर्थन में व्यापक हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है ।
भाजपा पार्षद ने एनआईए से की रोहिंग्या मामले की जांच की मांग, बोले- 8 माह बाद स्वास्थ्य मंत्री को हो रही चिंता
अतिक्रमणकारियों को दी जा रही सभी सुविधाएंभारत सिंह सिसोदिया ने कहा कि
महामाया पहाड़ पर योजनापूर्वक गलत तरीके से अतिक्रमणकारियों को राशन कार्ड, आधार कार्ड एवं निगम से नियम विरुद्ध सड़क, बिजली, पानी उपलब्ध कराकर कब्जे को प्रोत्साहित करने और इसमें संलिप्त लोगों पर जांच कर कठोरतम कार्यवाही की जानी चाहिये।
कांग्रेस बताए कि महामाया पहाड़
(Mahamaya Pahad) को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जांच की शुरुआत किस सन् (1990 से 2021 तक) कराना चाहती है?