हॉल व गैलरी में भी भर्ती हैं बच्चे
मेडिकल कॉलेज अस्पताल का चाइल्ड वार्ड मरीजों से भरा पड़ा है। इस दौरान चाइल्ड वार्ड के हॉल, गैलरी में लगे सभी बेड छोटे बच्चों से भरे पड़े हंै। वहीं गंभीर मरीजों को भी आईसीयू वार्ड में रखा गया है। कई बच्चों को ऑक्सीजन व भाप दिया जा रहा है।
प्रतिदिन 15 से 20 बच्चे भर्ती
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Ambikapur Medical college hospital) का शिशु वार्ड छोटे बच्चों से भरा पड़ा है। छोटे-छोटे बच्चे बेड पर करते नजर आ रहे हैं। 15 से 20 बच्चे प्रतिदिन भर्ती हो रहे हैं। मंगलवार को 65 बेड के शिशु वार्ड में लगभग 80 से ज्यादा मरीज भर्ती थे।
350 से अधिक पहुंची ओपीडी
चिकित्सक बताते हैं कि कोरोना काल में भी इतनी ओपीडी नहीं थी। भर्ती के लिए चाइल्ड वार्ड भी लगभग खाली थे। अब मौसम के बदलाव ने बच्चों को वायरल की चपेट में लेना शुरू कर दिया है। इसलिए ओपीडी अब 350 से 400 तक पहुंच गई है।
एक माह से बढ़ी है मरीजों की संख्या
शिशु वार्ड में उपस्थित स्टाफ नर्स का कहना है कि पिछले 1 माह से लगातार छोटे बच्चों में वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम सहित अन्य बीमारी से पीडि़त बच्चे लगातार पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने शिशु के लिए 20 बेड मंगल भवन में बनाए हैं। लगभग वहां भी बच्चे बेड से ज्यादा पहुंच चुके हैं।
बच्चों में फ्लू का कारण जानने आएगी विशेष टीम
सूरजपुर समेत सरगुजा संभाग के कुछ अन्य इलाक़ों में बच्चों में फ्लू फैलने की खबर पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने गंभीरता से लेते हुए राज्य से विशेष टीम सरगुजा रवाना करने के निर्देश जारी किए हैं।