जब युवक ने आरक्षक के बैज नंबर से पता कराया तो वह डायल-112 में पदस्थ था। जब चौकी प्रभारी ने आरक्षक से पूछताछ की तो बताया कि कुछ दिन पूर्व उसे लावारिस हालत बाइक मिली थी। पुलिस ने उसके पास से बाइक जब्त कर बाइक मालिक को सुपूर्द कर दिया। पुलिस ने अब तक आरक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
2 दिसंबर 2019 को शहर के चांदनी चौक निवासी राजकपुर शर्मा पिता प्रमोद शर्मा की बाइक चोरों ने घर के पास से पार कर दी थी। 3 दिसंबर को उसने चोरी की रिपार्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी। पुलिस अज्ञात के खिलाफ धारा ३७९ के तहत अपराध दर्ज कर बाइक की तलाश कर रही थी।
दो दिन पूर्व राजकपुर किसी काम से गुदरी बाजार गया था। वहां पर एक आरक्षक को वह अपनी चोरी गई बाइक पर घूमते देखकर दंग रह गया। फिर उसने आरक्षक को रोक कर बाइक के बारे में पूछताछ की। राजकपुर ने पुलिसकर्मी से कहा कि यह उसकी बाइक है, आपके पास कैसे आई।
इस पर आरक्षक ने कहा कि मेरी बाइक है, इतना कहने के बाद आरक्षक वहां से बाइक लेकर चला गया। इस दौरान युवक ने आरक्षक का बैज नंबर देख लिया था।
पुलिस ने मालिक को सुपुर्द की बाइक
राजकपुर ने जब यह बात अपने पार्षद को बताई तो पार्षद ने इसकी जानकारी एडिशनल एसपी को दी। एडिशनल एसपी ने उक्त बैज नंबर के आरक्षक का पता करवाया। इसके बाद पता चला कि आरक्षक मणिपुर चौकी में डायल 112 में नियुक्त है। (Bike theft)
आरक्षक से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि कुछ दिन पूर्व लावारिस हालत में उसे तकिया गांव के पास बाइक मिली थी। इसके बाद पुलिस ने उक्त बाइक को आरक्षक से बरामद कर बाइक मालिक को सुपूर्द कर दिया।
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