लावारिस शवों के कफन-दफन की व्यवस्था
लावारिस शवों के कफन-दफन करने के लिए सुभाषनगर में स्थल का चयन किया गया है। पूर्व में गंगापुर स्थिता मुक्तिधाम के पास किया जाता था पर जगह नहीं बचने के कारण अब सुभाषनगर में किया जाएगा। सुभाषनगर में जहां मवेशियों के दफन करने के लिए स्थल चिन्हांकित किया गया है, उसके पास ही आधे एरिया को बाउंड्री व पूरी तरह से व्यवस्थित कर लावारिस शवों के कफन-दफन के लिए स्थल निर्धारित किया गया है।
प्रति बेड 4 रुपए लिया जाएगा यूजर चार्ज
बैठक में शासकीय एवं निजी हॉस्पिटल, क्लीनिक से यूजर चार्ज निर्धारण के संबंध में विचार विमर्श किया गया। निजी एवं शासकीय हॉस्पिटल, क्लीनिक से प्रति बेड प्रति दिन चार रुपए यूजर चार्ज वसूला जाएगा। इसके लिए एमआईसी की बैठक में सहमति से निर्णय लिया गया है।
उद्यान के १५ प्रतिशत एरिया का उपयोग कॉमर्शियल के लिए
बैठक में निगम क्षेत्र अंतर्गत जितने भी उद्यान हैं, उसका १५ प्रतिशत एरिया कॉमर्शियल के लिए उपयोग करने को लेकर विचार विमर्श किया गया। इस पर निर्णय लिया गया है कि सरगवां स्थित पुष्पवाटिका सहित अन्य उद्यान का १५ प्रतिशत एरिया कॉमर्शियल के लिए उपयोग किया जाएगा। इससे लोगों को रोजगार के साथ-साथ निगम की आय भी होगी।
डामरीकरण कार्य के लिए राशि की दिक्कत
बैठक में निगम क्षेत्र के सड़कों के डामरीकरण को लेकर भी चर्चा की गई। इस दौरान एमआईसी प्रमुख शफी अहमद ने कहा कि शासन को सड़कों के मरम्मतीकरण व डामरीकरण के लिए ३० करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया था। लेकिन शासन द्वारा मात्र साढ़े तीन करोड़ की राशि दी गई है।
वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर हुई चर्चा
बैठक में वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर चर्चा की गई। नगर निगम क्षेत्र में घर बनाने की अनुमति के साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाना आवश्यक है। इस प्रकिया के मुताबिक लोग भवन की अनुज्ञा प्राप्त करने के लिए दी जाने वाली फीस के साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए रकम जमा कराते हैं और फिर वाटर हार्वेस्टिंग बन जाने की सूचना नगर निगम में देते हैं। इसके बाद उनकी जमा राशि उनको दे दी जाती है।