इसके साथ ही अगर जरूरी होगा तो ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड भी किया जाएगा। सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए जिला प्रभारी मंत्री व नगरीय निकाय मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने कहा कि कुछ अधिकारियों के खिलाफ अनियमितता की शिकायत मिली थी, उनके खिलाफ निलंबन की भी कार्रवाई की गई है।
उन्होंने बताया कि नगर पालिका सूरजपुर के एक लेखापाल द्वारा पिछले एक वर्ष से राजस्व वसूलकर अपने पास रखा जा रहा था, उसे कार्यालय में भी जमा नहीं किया गया था। इसके साथ उस पर गबन के कई गम्भीर आरोप लगे थे। पूर्व में उसके खिलाफ हुई जांच में कई अनियमितिता पाई गई थी।
मोर जमीन, मोर मकान योजना के तहत हितग्राहियों से ११ लाख रुपए वसूली करने का अरोप लगा था। संबंधित कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही उसे बर्खास्त कर दिया गया है। एक दिन पूर्व हुए स्वागत कार्यक्रम में खाद्य मंत्री के साथ जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के ज्यादा सक्रिय दिखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें आने से रोका नहीं जा सकता है। वे मुलाकात करने आए थे। इस दौरान जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, अजय अग्रवाल, शफी अहमद, द्वितेन्द्र मिश्रा सहित अन्य उपस्थित थे।
एक मंच पर कर रहे हैं काम
डहरिया ने सिंहदेव के गढ़ में प्रभारी मंत्री बनाए जाने व कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल को शुरू में टालने का प्रयास किया। लेकिन इसके बाद उन्होंने कहा कि टीएस सिंहदेव प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हैं। कांग्रेस में कहीं कोई गुटबाजी नहीं है। सभी एक मंच पर रहकर काम कर रहे हैं।
रिंग रोड पर सख्त दिखे मंत्री
रिंग रोड पर जगह-जगह दरार पडऩे की शिकायत पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। सड़क विकास निगम के अधिकारियों को जहां भी गुणवत्ताविहीन सड़क का निर्माण ठेकेदार द्वारा कराया गया है। उसकी जांच कर उसे फिर से उखड़वाकर बनवाने को कहा गया है। पत्रकारों द्वारा पूछा गया कि स्वास्थ्य मंत्री ने जिस दिन स्कूटी चलाकर रिंग रोड का निरीक्षण किया था। उसके दूसरे दिन ही ठेकेदार राजस्व मंत्री के साथ घुमते देखा गया था, ऐसे में कार्रवाई कैसे संभव है। इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि ठेकेदार का काम है काम करना, वह किसी के साथ भी घूमे इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता।
अधिकारियों के निलंबन को बताया चेतावनी
प्रभारी मंत्री से जब पूछा गया कि पूर्व में मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान बिजली विभाग के ६ अधिकारियों को निलंबित कर दिया था, इसके बाद आप समीक्षा बैठक लेने पहुंचे और कुछ अधिकारी व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। इस पर उन्होंने कहा कि निलंबन एक प्रक्रिया के साथ चेतावनी है। अधिकारियों को जो टास्क दिया गया है, उसे समय पर पूरा करें। सरकार बदल गई है। काम करने का तरीका अलग है।
नशामुक्ति केंद्र के खिलाफ होगी कार्रवाई
प्रभारी मंत्री से पूछा गया कि नवापारा स्थित एक नशामुक्ति केंद्र के खिलाफ जांच के बाद शासन ने सीलबंद करने का आदेश दिया था। यहां अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि केंद्र संचालित करने वाला निगम का सहायक राजस्व अधिकारी भी है। इस पर उन्होंने कहा कि नशामुक्ति केंद्र पर कार्रवाई होगी और सीलबंद किया जाएगा।