उसने बीच सड़क पर ही छात्राओं को धमकाना शुरू कर दिया। पुलिस को जानकारी मिलने पर एसडीएम और डीएसपी तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोपी शिक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं छात्राओं का भी बयान दर्ज किया जा रहा है।
बिशुनपुर स्थित कन्या क्रीड़ा परिसर हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहीं एक दर्जन से अधिक छात्राएं पूर्व में पदस्थ शिक्षक एरियल एक्का पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए बुधवार को सड़क पर उतर गईं। सभी छात्राएं एकजुट होकर एसपी कार्यालय जाने के लिए निकली थीं।
इसकी जानकारी लगते ही आरोपी शिक्षक संस्था में ही पदस्थ अपनी शिक्षिका पत्नी के साथ हॉस्टल के पास पहुंच गया और छात्राओं को रोक दिया। छात्राओं का रास्ता रोकने के पहले आरोपी एरियल एक्का ने खुद बचाव के लिए 112 नम्बर पर डायल कर हॉस्टल से छात्राओं के भागने की सूचना दे दी।
112 वाहन के पहुंचने से पहले ही सूचना पर एसडीएम अजय त्रिपाठी व डीएसपी दीपिका मिंज भी मौके पर पहुंच गईं। इसके बाद आरोपी शिक्षक ने दोनों अधिकारियों के सामने ही जमकर हंगामा शुरू कर दिया और धमकी देना शुरू कर दिया। सड़क पर काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
इसके बाद पुलिस ने मामला शांत कराने छात्राओं को वहां से लेकर रवाना हो गई। पुलिस ने मामले में शिक्षिका के पति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। छात्राओं को पुलिस छात्रावास ले गई हैं, जहां उनका बयान दर्ज किया जा रहा है।
छात्राओं के निजी अंगों को करता था टच
छात्राओं ने सड़क पर ही सबके सामने यह बताना शुरू कर दिया कि एरियल एक्का हमेशा उनके निजी अंगों को गलत तरीके से टच करता था। इसकी शिकायत करने पर कैरेक्टर सर्टिफिकेट गलत बनाने तथा फेल करने की धमकी भी देता था। छात्राओं ने बताया कि इसकी शिकायत पहले भी कई बार की गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रशासन के संज्ञान में था मामला
जनदर्शन में उपस्थित होकर पीडि़त छात्राएं कलक्टर व अपर कलक्टर को शिकायत दर्ज करा चुकी थीं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे शिक्षिका के पति का हौसला बढ़ा हुआ था। एक बार फिर से उसने छात्राओं के साथ घिनौनी हरकत शुरू कर दी थी। इसकी वजह से परेशान होकर छात्राओं ने एसपी सदानंद कुमार को शिकायत की थी।
जनदर्शन में उपस्थित होकर पीडि़त छात्राएं कलक्टर व अपर कलक्टर को शिकायत दर्ज करा चुकी थीं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे शिक्षिका के पति का हौसला बढ़ा हुआ था। एक बार फिर से उसने छात्राओं के साथ घिनौनी हरकत शुरू कर दी थी। इसकी वजह से परेशान होकर छात्राओं ने एसपी सदानंद कुमार को शिकायत की थी।
पुलिस करा चुकी थी जांच
मामले की जानकारी होने के बाद गोपनीय शिकायत के आधार पर एसपी सदानंद कुमार ने पूरे मामले के जांच की जिम्मेदारी डीएसपी दीपिका मिंज को दी थी। पुलिस के जांच में पूरा मामला सही पाया गया था।
लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या फिर पीडि़त पक्ष डर से जुर्म दर्ज कराने सामने नहीं आ रहा था। इसकी शिकायत आदिम जाति विभाग को की गई थी। इसके बावजूद सिर्फ एरियल एक्का का विभाग द्वारा स्थानांतरण कर उस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई।
छात्राओं को घुमाते रहे अधिकारी
छात्राओं को गाड़ी में बैठाकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पूरे शहर का चक्कर लगाते रहे। लगभग 10 किमी शहर के अंदर घुमाने के बाद छात्राओं को लेकर क्रीड़ा परिसर में पहुंचे। यहां देर शाम तक छात्राओं से बयान दर्ज किया गया।
मिली थी शिकायत
शिकायत मिली थी कि जिस शिक्षक के विरुद्ध छात्राएं शिकायत दर्ज कराने आ रही थीं उसी शिक्षक द्वारा उन्हें रास्ते में रोक लिया गया है। सूचना पर पुलिस पहुंची थी। बच्चियों का बयान लिया जा रहा है। इसमें जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अजय त्रिपाठी, एसडीएम