जानकारी के अनुसार फुलकुंवर पिता भोला पहाड़ी कोरवा उम्र १६ वर्ष लुण्ड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम गढ़पहाड़ का रहने वाली थी। वह पिछले १ महीने से अपने जीजा के घर राजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जावाखोर में रह रही थी। बुधवार की रात वह कमरे में जमीन में बिस्तर लगाकर सोई थी।
परिजन ने सांप को बनाया बंधक
सांप किशोरी को डंसने के बाद कमरे में ही एक बिल में घुस गया था। इधर किशोरी को कुछ काटे जाने का एहसास होने पर उसने परिजन को बताया। परिजन ने कमरे में चारों तरफ देखा तो कहीं कुछ दिखाई नहीं दिया। एक कोने में बिल होने पर उसे खोदा तो उसमें सांप था। परिजन ने सांप को टोकरी के नीचे ढक कर रखा था।
समय पर अस्पताल पहुंचते तो बच सकती थी जान
किशोरी की मौत की घटना से परिजन सदमे में है। परिजन का कहना है कि गांव पहुंचविहीन होने के कारण किसी भी वाहन का आना जाना नहीं हो पाता है। अगर गांव तक रास्ता होता तो अस्पताल पहुंचने में बिलंब नहीं होता। समय पर अस्पताल पहुंच जाने से किशोरी की जान बच सकती थी। गांव तक सड़क नहीं होने से किसी के बीमार होने पर इसी तरह की आपात स्थिति का सामना परिजनों को करना पड़ता है।