script…तो राजस्थान में हो सकता है ब्लैकआउट, ये बात बताने आरआरवीयूएनएल के सीएमडी पहुंचे थे अंबिकापुर | Then blackout in Rajsthan, RRVUNL CMD reached Ambikapur to tell this | Patrika News

…तो राजस्थान में हो सकता है ब्लैकआउट, ये बात बताने आरआरवीयूएनएल के सीएमडी पहुंचे थे अंबिकापुर

locationअंबिकापुरPublished: May 25, 2022 04:03:06 pm

Blackout situation in Rajsthan: राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर ने कलक्टर व एसपी (Collector and SP) से मिलकर परसा ईस्ट केते बासेन खदान जल्द से जल्द शुरु कराने का किया अनुरोध, कहा- कोयला नहीं मिला तो जून के प्रथम सप्ताह से अंधकार (Dark) का करना पड़ेगा सामना

Blackout situation in Rajsthan

RRVUNL President meet with Surguja Collector

अंबिकापुर. Blackout situation in Rajsthan: राजस्थान राज्य में अंधकार की स्थिति निर्मित न हो, इस उद्देश्य से सोमवार को राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (RRVUNL) के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर आरके शर्मा ने 23 मई को अंबिकापुर का दौरा किया। उन्होंने सरगुजा कलक्टर संजीव कुमार झा तथा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता से सौजन्य मुलाकात कर राजस्थान राज्य के बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी से उत्पन्न बिजली कटौती, अंधकार की स्थिति की समस्या पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने परसा खदान की सभी अड़चनों को दूर कराकर जल्द से जल्द खदान शुरू करने में सहायता के लिए अनुरोध किया।

आरआरवीयूएनएल के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर आरके शर्मा ने बताया कि राजस्थान राज्य में उपस्थित लगभग 4340 मेगावाट के ताप विद्युत संयंत्रों में अब कुछ ही दिनों का ही कोयला शेष बचा है। अगर कोल आपूर्ति समय पर नहीं हुई तो ब्लैकआउट की स्थिति भी निर्मित हो सकती है।
आरआरवीयूएनएल के तीनों खदान परसा ईस्ट केते बासेन (पीईकेबी), परसा और केते एक्सटेशन में से फिलहाल पीईकेबी में ही कोयला उत्पादन जारी है, वहीं अन्य दो की प्रक्रियाओं में अभी कई अड़चनों के कारण खनन शुरू नहीं हो पा रहा है। सीएमडी शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि कुछ लोगों द्वारा इसके विरोध की वजह से हमारे परसा ईस्ट के द्वितीय चरण और परसा कोल ब्लॉक के लिए मिली सभी कानूनी अनुमतियां के बाद भी खनन शुरू नहीं हो पा रहा है।
इसलिए उन लोगों को उचित माध्यमों से वार्तालाप करके समझाना चाहिए। पीईकेबी खदान के द्वितीय चरण के खनन की अनुमति मार्च 25 को प्रदान की गई है और अगर राजस्थान के 4340 मेगावाट के यूनिटों के लिए जून के प्रथम सप्ताह तक कोयला नहीं मिल पाया तो राजस्थान में अंधकार की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अत: इसे जल्द ही शुरू कराने हेतु कलक्टर से अनुरोध किया है।

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100 बिस्तर का खुलेगा अस्पताल
शर्मा ने बताया कि लोगों को समझना चाहिए कि इससे आदिवासियों का भी फायदा है। अभी हम 100 बिस्तरों का एक अस्पताल खोलने जा रहे हैं। इससे सभी को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त होगी। वहीं वर्तमान में चल रहे विद्या मंदिर को कक्षा 12 तक की सुविधा मिलने जा रही है।
साथ ही कई तरह के विकास कार्यों से सभी को बहुत फायदा मिलता रहेगा। इस सबसे वहां के निवासी काफी खुश हैं। मुलाकात के पश्चात कलक्टर संजीव झा ने मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए इसका समाधान जल्द से जल्द कर लेने का आश्वासन दिया।
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