scriptछत्तीसगढ़ के इस अस्पताल में 50 साल से नहीं है शौचालय, ओडीएफ है लेकिन मरीज खुले में करते हैं शौच | There is no toilet in this hospital of Chhattisgarh for 50 years | Patrika News

छत्तीसगढ़ के इस अस्पताल में 50 साल से नहीं है शौचालय, ओडीएफ है लेकिन मरीज खुले में करते हैं शौच

locationअंबिकापुरPublished: Mar 20, 2018 03:01:52 pm

जिस पंचायत में अस्पताल स्थित है उसे ओडीएफ घोषित किया जा चुका है, अब तक शौचालय बनाने की ओर किसी ने नहीं दिया ध्यान

ANM room

Hospital where no toilet

अंबिकापुर. सरगुजा जिले के दरिमा हवाई मार्ग स्थित ग्राम पंचायत करजी को काफी दिनों पूर्व ओडीएफ घोषित किया जा चुका है लेकिन यहां के उपस्वास्थ्य केंद्र में आज तक मरीजों के लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण नहीं किया जा सका है। यहां एक शौचालय है वह भी एएनएम कक्ष में है। जहां मरीजों को प्रवेश करने नहीं दिया जाता है।
ऐसे में मरीजों व उनके साथ रहे परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इधर इस मामले में अस्पताल प्रबंधन का तर्क है कि अब तक किसी ने शौचालय निर्माण की बात नहीं कही थी। अब विचार किया जाएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि उक्त ग्राम पंचायत को ओडीएफ भी घोषित किया जा चुका है।

अंबिकापुर से महज ७ किमी दूर दरिमा हवाई मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत करजी में 50 वर्ष पूर्व से ही उपस्वाथ्य केंद्र संचालित किया जा रहा है। अब उपस्वास्थ्य केंद्र भवन जहां पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। वहीं यहां अब भी मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है। सबसे बड़ी परेशानी यहां शौचालय की है।
प्रतिमाह उप स्वास्थ्य केंद्र में 5 संस्थागत प्रसव कराया जाता है लेकिन यहां पहुंचने वालों के लिए अब तक एक शौचालय भी स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध नहीं करा सका है। इसकी वजह से मरीज व परिजन को खुले में शौच करना मजबूरी है।

एएनएम के कक्ष में है प्रतिबंध
उपस्वास्थ्य केंद्र करजी में हालांकि एएनएम कक्ष के अंदर शौचालय का निर्माण किया गया है लेकिन यह पुरानी व्यवस्था के तहत है। यहां किसी को भी प्रवेश करने नहीं दिया जाता है। इस कक्ष में एएनएम का निवास है। इसकी वजह से एएनएम द्वारा यहां किसी को प्रवेश करने नहीं दिया जाता है।

अधिकारी मानते हैं पुरानी है व्यवस्था
बीएमओ सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी खुद ही कह रहे हैं कि उपस्वास्थ्य केंद्र काफी पुराना है। इसकी वजह से उस समय यहां शौचालय का निर्माण नहीं किया गया था। इसकी जानकारी सीएमएचओ सहित जिले के अन्य अधिकारियों को भी है लेकिन उनके द्वारा भी शौचालय निर्माण के लिए अब तक कोई पहल नहीं की गई है।

अब तक किसी ने नहीं बोला
शौचालय निर्माण के लिए अब तक किसी ने भी नहीं कहा था। इसकी वजह से इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया था लेकिन अब लोगों की जरूरत के अनुसार यहां शौचालय निर्माण की मांग ग्रामीणों द्वारा की गई है। इस पर विचार किया जा रहा है।
डॉ. प्रयाग राजवाड़े, बीएमओ दरिमा
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