बीमार मरीजों को सिस्टम की लापरवाही की ऐसी सजा मिल रही है, जो देखने में काफी तकलीफदेह है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical college hospital Ambikapur) की सिटी स्कैन मशीन करीब 2 वर्ष से खराब है।
नई मशीन आई लेकिन लापरवाही से इंस्टॉल नहीं हो सकी है। ऐसे में मरीजों को सिटी स्कैन (City scane machine) कराने अस्पताल से दूर निजी डायग्नोस्टि सेंटर में जाना पड़ता है। इन दिनों मरीजों को परिजन तपिश भरी गर्मी में स्टे्रचर पर लिटाकर सूर्य की आग उगल रही किरणों के बीच निजी सेंटर ले जा रहे हैं।
मंगलवार को ऐसा ही एक नजारा मेडिकल कॉलेज में देखने को मिला। सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल मरीज को सिटी स्कैन कराने मेडिकल कॉलेज से स्ट्रेचर पर दूसरी जगह जाना पड़ा। ऐसे में उसके परिजन स्ट्रेचर पर उसे लिटाकर डायग्नोस्टिक सेंटर के लिए निकले। दोपहर में सूर्य की किरणें इतनी तेज पड़ रही थीं कि मरीज तिलमिला उठा। ऐसे में परिजन द्वारा ऊपर से चादर से ढक कर ले जाया गया।
गौरतलब है कि इस वर्ष एमसीआई (medical council of india) द्वारा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical college) को जीरो इयर घोषित कर दिया गया है। इस का कारण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पर्याप्त फैकल्टी का नहीं होना है। हालांकि जीरा इयर घोषणा को हटा लिए जाए, इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) के साथ ही नवनिर्वाचित भाजपा सांसद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की थी।