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इस बात से नाराज सब्जी वाले ने प्रभारी तहसीलदार को जान से मारने की दी धमकी

locationअंबिकापुरPublished: May 05, 2021 11:17:50 pm

Threat: इधर संयुक्त टीम ने नाबालिग बालिका का विवाह (Minor girl marriage) कराए जाने की सूचना पर गांव पहुंचकर रोका बाल विवाह (Child marriage)

Administration team in village

Stop child marriage

अंबिकापुर. प्रभारी तहसीलदार के नेतृत्व में दरिमा थाना क्षेत्र में लॉकडाउन (Lockdown) नियमों का पालन कराया जा रहा है। इसी दौरान एक ग्रामीण द्वारा दुकान लगाकर सब्जी का विक्रय किया जा रहा था, तहसीलदार ने जब मना किया तो इससे नाराज होकर उन्हें जान से मारने की धमकी (Threat to kill) दे डाली।
इस पर तहसीलदार ने उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कराई है। वहीं एक नाबालिग बालिका का विवाह किए जाने पर उन्होंने संयुक्त टीम के साथ पहुंचकर बाल विवाह रुकवाया।

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दरिमा के प्रभारी तहसीलदार भूषण मंडावी ने बताया कि लॉकडाउन अवधि में नियमों का पालन कराने हेतु निगरानी की जा रही है। इसी क्रम में ग्राम खाला में एक सब्जी विक्रेता द्वारा सब्जी की दुकान लगाकर विक्रय किया जा रहा था।
प्रतिबंधित आदेशानुसार दुकान लगाकर सब्जी बेचने पर मना करने पर सब्जी विक्रेता द्वारा सब्जी दुकान बंद न कर तहसीलदार को जान से मारने की धमकी देने लगा। इस पर तहसीलदार ने उस सब्जी विक्रेता पर धारा 151 के तहत कार्रवाई की।

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संयुक्त टीम ने रोका बाल विवाह
इधर नाबालिग बालिका के विवाह की सूचना पर राजस्व, महिला बाल विकास और पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर बाल विवाह (Child marriage) होने से रोक लिया। दरिमा के प्रभारी तहसीलदार भूषण मण्डावी ने बताया कि बुधवार को उन्हें सूचना मिली कि ग्राम अड़ची में एक नाबालिग बालिका का विवाह कराया जा रहा है।
इस पर प्रभारी तहसीलदार ने महिला एवं बाल विकास विभाग के सीडीपीओ, दरिमा थाना प्रभारी को सूचित कर बाल विवाह रोकने की योजना बनाई। तत्काल ही संयुक्त टीम द्वारा ग्राम अड़ची पहुंचकर नाबालिग के विवाह की तैयारी में मंडप सजा रहे माता-पिता व परिवार के सदस्यों को तत्काल विवाह कार्यक्रम रोकने के निर्देश दिए।
टीम द्वारा समझाइश दी गई कि बालिका के प्राथमिक कक्षा के अंक सूची के अनुसार अभी वह 18 वर्ष की नही हुई है और नाबालिग है। इसलिए यह बाल विवाह की श्रेणी में आता है जो कानूनी तौर पर अपराध है।
इसके अलावा कम उम्र में विवाह होने से कई प्रकार में शारीरिक और मानसिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। टीम द्वारा समझाइश देने पर बालिका के माता-पिता विवाह रोकने तैयार हो गए।

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