विज्ञापन देख कर रणदीप सिंह नामक व्यक्ति खुद को आर्मी का नायब सूबेदार होना बताते हुए किराए पर मकान लेने के लिए तैयार हो गया और नेट बैंकिंग के माध्यम से किराए का पैसा अदा करने के लिए बैंक डिटेल मांगा। इस पर प्रार्थिया द्वारा स्वयं का व अपने पिता का बैंक अकाउण्ट डिटेल किराए का अग्रिम पैसा देने के लिए वाट्सएप द्वारा भेज दिया गया। इसके बाद ईला शर्मा के बैंक अकाउंट से 21 अपै्रल 2022 को १ लाख ४५ हजार ९०५ रुपए व 22 अपै्रल 2022 को 97 हजार 579 रुपए, पिता के अकाउण्ट से 4 हजार 900 रुपए कुल २ लाख ४३ हजार ४८४ रुपए ऑनलाइन ठगी कर ली गई थी। पीडि़ता ने इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी।
पीडि़ता की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी। एसपी भावना गुप्ता द्वारा इस मामले में त्वरित संज्ञान लेते हुए एएसपी विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक अखिलेश कौशिक के मार्गदर्शन में साइबर सेल व थाना अम्बिकापुर की संयुक्त विशेष टीम भरतपुर, राजस्थान रवाना की गई। विशेष टीम एवं साइबर सेल के सहयोग से आरोपी आसिन पिता उमर मोहम्मद उम्र 23 वर्ष एवं रिजवान खान पिता सहसु उर्फ हंडल उम्र 26 वर्ष को भरतपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल दाखिल कर दिया है।
आरोपियों से दो लाख ४० हजार रुपए बरामद
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने ओएलएक्स के माध्यम से 21 व 22 अपै्रल 2022 मकान किराए पर लेने के नाम पर आर्मी का फर्जी अधिकारी बन कर अम्बिकापुर की महिला से बातचीत कर ऑनलाइन ठगी करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने आरोपियों से ठगी की रकम 2 लाख 40 हजार रुपए, 3 नग मोबाइल जब्त किया है।