scriptधाम में बकरा चढ़ाकर लौटा उपसरपंच पति दे रहा था दावत, अचानक आसमान से आ गिरी मौत, जिंदा करने गोबर में गाड़ा | Upsarpanch husband death from sky lightning, buried in dung for live | Patrika News

धाम में बकरा चढ़ाकर लौटा उपसरपंच पति दे रहा था दावत, अचानक आसमान से आ गिरी मौत, जिंदा करने गोबर में गाड़ा

locationअंबिकापुरPublished: Jun 08, 2020 12:56:11 pm

Sky lightning: घर से कुछ ही दूरी पर स्थित बगीचे में भोजन बनवाने के दौरान अचानक आ गिरी आकाशीय बिजली, गोबर में गाडऩे के बाद ले गए अस्पताल, डॉक्टरों ने घोषित किया मृत

धाम में बकरा चढ़ाकर लौटा उपसरपंच पति दे रहा था दावत, अचानक आसमान से आ गिरी मौत, जिंदा करने गोबर में गाड़ा

Chhatralal Yadav

अंबिकापुर. पंचायत चुनाव में पत्नी की जीत व उसके उपसरपंच बनने पर युवक दोस्तों-रिश्तेदारों व गांव के लोगों को लॉकडाउन के कारण पार्टी नहीं दे पाया था।

मन्नत पूरा करने अनलॉक-1 में उसने धाम में पूजा कर बकरा चढ़ाया। रविवार की दोपहर वह घर से कुछ दूर स्थित बगीचे में सबकी उपस्थिति में बकरा समेत अन्य भोजन बनवा रहा था। इसी बीच अचानक वहां आकाशीय बिजली (Sky lightning) आ गिरी, जिसकी चपेट में वह आकर बेहोश हो गया।
यह देख वहां उपस्थित लोगों ने पुरानी परंपरा के अनुसार उसका चेहरा छोडक़र उसके पूरे शरीर को गोबर में गाड़ दिया, इसके बाद भी जब वह नहीं उठा तो उसे अस्पताल ले गए। यहां जांच पश्चात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम दुरती के खदरापारा निवासी उपसरपंच पति छत्रलाल यादव ने रविवार की दोपहर बकरा-भात की दावत देने गांव के लोगों को बुलाया था। वह घर से कुछ दूर पर स्थित बगीचे में भोजन बनवा रहा था।
इसी बीच वहां हवा के साथ बूंदाबादी होने लगी और तेज गर्जना के साथ वहां आकाशीय बिजली आ गिरी। बिजली की चपेट में उपसरपंच पति आकर गिर पड़ा। यह देख वहां मौजूद अन्य लोग पहुंचे और तत्काल अस्पताल ले जाने के बजाय गोबर की व्यवस्था करने लगे।
गोबर के बीच उसे कुछ देर रखा गया लेकिन शरीर में कोई हलचल नहीं हुई। इसी बीच उसे भटगांव अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने जांच पश्चात उसे मृत घोषित कर दिया। इससे खुशी के माहौल में गांव में मातम पसर गया।

चुनाव में पत्नी की जीत पर दे रहा था पार्टी
उपसरपंच पति अपनी पत्नी की चुनाव में जीत की पार्टी लोगों को नहीं दे पाया था। उसने मन्नत भी मांगी थी कि यदि चुनाव में जीत होती है तो वह बकरा चढ़ाएगा। मन्नत पूरी करने रविवार की सुबह उसने खोपा धाम में जाकर पूजा-अर्चना की और बकरा चढ़ाया था।

गोबर में गाडऩे की चली आ रही है परंपरा
पुरानी परंपरा के अनुसार आकाशीय बिजली की चपेट में आए व्यक्ति का पूरा शरीर यदि गोबर में ढंक दिया जाए तो वह स्वस्थ हो जाता है। गांवों में यह परंपरा आज भी देखने को मिलती है। कई मौके पर मृत हो चुके व्यक्ति को भी गोबर के बीच सिर्फ इस आशंका में गाड़ा जाता है कि वह जिंदा हो उठेगा।
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