नगरीय निकाय चुनाव (Urban body election) के लिए नामांकन फार्म जमा करने की शुक्रवार को अंतिम तिथि थी। इसकी वजह से सुबह से ही कलक्टोरेट में भारी गहमागहमी थी। भाजपा व कांग्रेस के घोषित प्रत्याशियों द्वारा नामांकन फार्म जमा किया गया। ऐसे उम्मीदवारों द्वारा जिन्हें पार्टी से टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन उनके नाम सूची में नहीं थे।
महापौर, पूर्व महापौर व उम्मीदवारों ने जमा किए फार्म
महापौर डॉ. अजय तिर्की, पूर्व महापौर प्रबोध मिंज, सभापति शफी अहमद ने समर्थकों के साथ कलक्टोरेट पहुंचकर नामांकन फार्म जमा किया। इसके साथ ही भाजपा व कांग्रेस के उम्मीदवारों ने भी नामांकन फार्म जमा किया। दोनों दल के बागियों ने भी नामांकन फार्म जमा किया। इस दौरान पार्टी के घोषित उम्मीदवार उन्हें मनाते रहे, लेकिन अभी तक की स्थिति में वे नहीं माने हैं।
अभी तक भाजपा की तरफ से ही ज्यादा बागी नजर आ रहे हैं और उन्होंने चुनावी मैदान में बतौर निर्दलीय ताल भी ठोंक दी है। भाजपा की सिटिंग पार्षद अल्पना मिश्रा जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दी, वे समर्थकों के साथ रैली निकालकर कलक्टोरेट पहुंचीं और नामांकन दाखिल किया।
विकास की जगह जन्मेजय बने भाजपा प्रत्याशी
भाजपा की संभागीय कमेटी द्वारा नेता प्रतिपक्ष जन्मजय मिश्रा का टिकट काटकर वार्ड क्रमांक २० से विकास पाण्डेय को उम्मीदवार बनाया गया था। इस निर्णय के खिलाफ राज्य स्तरीय कमेटी में नेता प्रतिपक्ष जन्मजय मिश्रा द्वारा अपील की गई थी। गुरुवार की रात प्रदेश अपीलीय कमेटी ने सूची जारी कर विकास पाण्डेय की जगह जन्मेजय मिश्रा को पार्टी का घोषित उम्मीदवार बनाया है।
घड़ी चौक से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव रैली में शामिल हुए। जब वे कलक्टोरेट पहुंचे तो वहां भाजपा प्रदेश मंत्री अनुराग सिंहदेव, भाजपा द्वारा वार्ड क्रमांक 10 से घोषित उम्मीदवार प्रबोध मिंज, जिलाध्यक्ष अखिलेश सोनी, उपाध्यक्ष अंबिकेश केशरी भी थे, जिनके साथ स्वास्थ्य मंत्री ने चुनाव को लेकर चल रही तैयारियों पर चर्चा की। इसके बाद टीएस सिंहदेव आगे बढ़े तो कांग्रेस की महिला उम्मीदवारों ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद काफी देर तक चर्चा चली।
टीएस ने कहा-मिलेगा पूर्ण बहुमत
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के सिटिंग मेयर डॉ. अजय तिर्की हैं, और कांग्रेस में ऐसी कोई बात नहीं है कि उन्हें बदला जाए। अगर ऐसी कोई विशेष परिस्थिति बनती है तो इसपर निर्वाचित पार्षदों से चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा। जिन वार्डों में अभी कुछ विवाद की स्थिति है, वहां दोनों उम्मीदवारों को नामांकन फार्म जमा करने को कहा गया है। उनसे अलग से चर्चा की जाएगी।
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