सरगुजा जिले के उदयपुर ब्लॉक के सितकालो ग्राम पंचायत के आश्रित गांव मतरिंगा के लोग वर्ष 2021 से पहले बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते थे। यहां के 400 लोगों की आबादी दूसरे गांव या ढोढ़ी के पानी पर आश्रित थी। ग्रामीणों की मांग पर जिला प्रशासन द्वारा गांव में दो स्थानों पर बोरिंग तो कराया गया पर पथरीली जगह होने के कारण बोर सक्सेस नहीं रहा। ऐसे में ग्रामीणों की चिंता और गहरा गई।
गांव के सरपंच गड़ा राम ने बताया कि वर्ष 2021 से पहले गांव में पानी की बड़ी समस्या थी। पंचायत फंड व ग्रामीणों के सहयोग से पहाड़ पर बने जलस्रोत से गांव तक पानी उतारा गया है। अब गांव के हर घर में १२ महीने २४ घंटे पानी उपलब्ध रहता है।
सरपंच का कहना है कि पहाड़ से निकले जलस्रोत से गांव के करीब ४०० लोगों की प्यास बुझ रही है। पानी काफी शुद्ध व शीतल है। पानी की जांच कराने के लिए जल संसाधन विभाग को भेजा गया था। जांच में जलस्रोत का पानी काफी शुद्ध पाया गया है।
दो से ढाई लाख रुपए हुए खर्च
सरपंच का कहना है कि गांव में जिला प्रशासन की ओर से दो जगह बोर कराया गया, लेकिन सक्सेस नहीं हुआ। ऐसे में जिला प्रशासन ने भी हाथ खड़े कर दिए। इस स्थिति में पंचायत फंड व गांव वालों की मदद से करीब 2 से ढाई लाख रुपए खर्च कर गांव तक पानी लाया गया है।