ग्रामीणों का आरोप है कि जयनगर में पानी सप्लाई की व्यवस्था पिछले चार दिनों से पूरी तरह ठप पड़ी हुई है, बावजुद इसके कुंभकर्णीय नींद सो रहे अधिकारियों द्वारा व्यवस्था में सुधार कराने कोई पहल नहीं की गई है। इसी बात पर नाराज जयनगर के ग्रामीणों द्वारा बुधवार को गांव के ही पानी टंकी के पास पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करते हुए मटकी फोड़ा गया।
इसके पश्चात ग्रामीण जब एनएच 43 पर चक्काजाम करने जाने लगे तभी सूरजपुर एसडीएम रवि सिंह की सक्रियता से पिलखा नायब तहसीलदार अंकिता तिवारी, जयनगर थाना प्रभारी सुभाष कुजूर तत्काल दलबल के साथ मौके पर पहुंच ग्रामीणों को समझाइश देते हुए 24 घण्टे के भीतर पानी दिलाने का आश्वासन देकर चक्काजाम को स्थगित करा दिया। इस दौरान वेद प्रकाश मिश्र, अंजर आलम, संदीप सिंह, जीरो बाई, कमल व अन्य ग्रामीणजन उपस्थित थे।
प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
ग्रामीणों द्वारा प्रस्तावित चक्काजाम के पूर्व गांव में ही स्थित पानी टंकी के पास पहुंचकर पेयजल समस्या को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए घड़े को फोडक़र विरोध दर्ज कराया गया। ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल आपूर्ति की यह समस्या आएदिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता की वजह से बनी रहती है।
ये गांव हुए हैं प्रभावित
विद्युत कार्यालय विश्रामपुर के पास बाउंड्रीवाल के लिए मिली स्वीकृति उपरांत खुदाई के दौरान पानी सप्लाई का मेन पाइप छतिग्रस्त होने की वजह से ग्राम पंचायत कुरुंवा, केशवनगर, गोरखनाथपुर, कुंजनगर, जयनगर, सतपता, हर्राटिकरा, तेलईकछार, शिवनन्दनपुर में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो गई है। लोगों का कहना है कि जल्द ही व्यवस्था सुदृढ न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।