रविवार का न्यूनतम तापमान जहां 10.5 डिग्री था, वहीं सोमवार का यह पारा गिर कर 7 डिग्री तक पहुंच गया है। तापमान में गिरावट होने से सरगुजा संभाग पूरी तरह शीतलहर की चपेट में है। रविवार की देर रात से ही कोहरा पडऩा शुरू हो गया था। शहरी क्षेत्र में भी कोहरे के साथ-साथ ओस की बूंदे टपकती रहीं। वहीं मैदानी इलाकों में घने कोहरे से लोग परेशान रहे।
लोगों की सेहत पर भी पड़ रहा असर
सरगुजा संभाग में सर्द-गर्म मौसम के बाद शुरू हुई कड़ाके की ठंड का असर सेहत पर भी पडऩे लगा है। बच्चों पर इसका खासा असर देखा जा रहा है। ठंड लगने से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। एकाएक ठंड बढ़ जाने से सर्दी, खांसी, बुखार जैसी मौसमी बीमारियों ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है।
वहीं कड़ाके की ठंड के बीच कोरोना संक्रमण ने भी लोगों की विशेष चिंता बढ़ा दी है। थोड़ी सी असावधानी के कारण लोग बीमार हो रहे हैं। जिला अस्पताल के साथ ही दूसरे निजी अस्पतालों व क्लीनिकों में भी सर्दी, खासी, बुखार से पीडि़त लोग इलाज के लिए काफी संख्या में पहुंच रहे हैं।
21 जनवरी तक एक और पश्चिमी विक्षोभ
मौसम वैज्ञानिक एएम भट्ट ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई ओलावृष्टि के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। यह स्थिति २१ जनवरी तह रहने की उम्मीद है। 21 जनवरी को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके बाद आसमान में बादल छाने शुरू हो जाएंगे। इसके बाद तापमान में कुछ वृद्धि होगी। अभी तीन से चार दिनों तक ठिठुरन रहेगी।
न्यूनतम तापमान में और गिरावट
पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि (Hailstorm) के कारण उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों पड़ोसी राज्यों में भी शीतलहर का प्रकोप है। इसी का असर है कि सरगुजा संभाग में भी शीतलहर पड़ रही है। सोमवार की सुबह घना कोहरा रहा। इसकी दृश्यता 25 से 50 मीटर तक थी। 10.30 बजे के बाद धीरे-धीरे कोहरा साफ होना शुरू हुआ। 11.30 बजे के बाद सूर्य दिखाई देना शुरू हुआ। धूप निकलने के बाद लोगों को ठंड से हल्की राहत मिली।