Women Team: सरगुजा की 3700 मितानिनों (Mitanins) ने संभाला मोर्चा, 15 जून से जिले के गांव-गांव में डोर-टू-डोर (Door to door) शुरू होने वाले अभियान के लिए मितानिनों को दी जा रही ट्रेनिंग
Mitanins in training
अंबिकापुर. सरगुजा जिले को महिलाओं की टीम करेगी कोरोना से सुरक्षित एवं कोरोना मुक्त। 31 मई तक जिले के 582 गांवों में से 218 गांव कोरोना मुक्त किये गये थे किन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी जागरूकता की कमी एवं लापरवाही के कारण कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं।
कोरोना के फस्र्ट एवं सेकेंड लहर के बाद अब थर्ड लहर की संभावना को देखते हुए सरगुजा में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश व नेतृत्व में रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरपर्सन आदित्येश्वर शरण सिंहदेव की पहल पर एक्शन कोविड-19 संस्था के साथ रेडक्रॉस सोसायटी सरगुजा ने एमओयू साइन कर सरगुजा जिले की 3700 मितानिनों को इस काम में लगाया है। 15 जून से सरगुजा जिले के समस्त गांवों में यह कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।
घर से निकलने के पूर्व वे क्या तैयारी करें एवं घर वापस आने पर क्या सुरक्षा उपाय अपनाएं, इसका प्रशिक्षण उन्हें दिया जा रहा है। 7 जून को अम्बिकापुर में किट वितरण के बाद 8 जून को उदयपुर, बतौली, भफौली सहित अन्य स्थानों पर किट का वितरण एवं उन्हें प्रशिक्षण दिया गया।
IMAGE CREDIT: COVID-19 /span> इस दौरान मितानिनों को डिजीटल थर्मामीटर के सही उपयोग, तापमान कैसे लेना चाहिए, ऑक्सीमीटर के उपयोग के साथ 95 एवं उसके ऊपर ऑक्सीजन लेवल को सामान्य एवं 94 व उसके नीचे के लेवल की सूचना ब्लॉक कॉर्डिनेटर को देने एवं मरीज को तत्काल चिकित्सक से इलाज कराने की जानकारी दी गई है।
सरगुजा जिले के गांव-गांव में मितानिनें होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के साथ-साथ अन्य ऐसे लोग जिसे कोरोना की शंका हो कि जांच करेंगे तथा प्रतिदिन की जानकारी अपने कॉर्डिनेटर को उपलब्ध करायेंगे, जिससे कि सब पर नजर रखी जा सके और कोरोना के बढऩे के पूर्व उसका समुचित इलाज हो सके।
गांव-गांव में कोरोना के प्रसार को रोकने जिला प्रशासन एवं रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा इस तरह की अभिनव पहल की गई है जिससे कि मरीज को तत्काल राहत पहुंचाई जा सके।
ग्रामीण क्षेत्र में इन चीजों का रहता है अभाव ग्रामीण क्षेत्र में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के पास ऑक्सीमीटर, टेम्प्रेचर मशीन आदि उपलब्ध नहीं रहता। इस कारण किसी भी गंभीर स्थिति की सटीक जानकारी समय पर नहीं मिलने से मरीजों का स्वास्थ्य काफी खराब हो जाता है। ऐसी स्थिति को टालने मितानिनों को ऑक्सीमीटर, फेस स्कैनर सहित अन्य मशीन उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नजर प्रत्येक गांव में बनी रहे।
7 जून को इस कार्यक्रम की वर्चुअल शुरुआत एवं किट वितरण में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वयं सहभागिता करते हुए मितानिनों का उत्साहवर्धन किया। साथ ही रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरपर्सन आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने मितानिनों को शुभकामनाएं देते हुए सरगुजा को कोरोना मुक्त करने में सहभागिता निभाने का आह्वान किया था।
सरगुजा प्रदेश का पहला जिला जहां मितानिनें करेंगी ये कार्य सरगुजा जिला प्रदेश का पहला ऐसा जिला बनने जा रहा है, जहां घर-घर कोरोना की आशंका वाले लोगों की जांच होगी। सामाजिक संस्था एक्शन कोविड-19 और रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा आपस में ओएमयू साइन किया गया है। इसके माध्यम से सरगुजा जिले को 4000 ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, फेस मास्क, थर्मल स्कैनर, सेनिटाइजर, साबुन सहित कई सामान संस्था उपलब्ध करा रही है।
इसके माध्यम से मितानिनें घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य जांच करेंगी और कोरोना संक्रमण को रोकने में भूमिका निभाएंगी। सरगुजा ऐसा पहला जिला होगा जहां पर मितानिन ग्राउंड लेवल पर इस तरह के कार्य को संभालेंगी।
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम भी होगी साथ कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से सरगुजा जिला भी अच्छा-खासा प्रभावित रहा है जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में भी संक्रमण की रफ्तार में तेज देखी गई थी। इसे ध्यान में रख कर संक्रमण के प्रभाव को रोकने गांव-गांव में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की टीम व मितानिन साथ मिलकर इस अभियान में कार्य करेंगे।
जिला एवं ब्लॉक स्तर पर टीम बनाई जाएगी, जो मितानिनों द्वारा किये जा रहे कार्य की निगरानी करेगी। इस दौरान मितानिनें घर-घर पहुंच कर ऑक्सीजन लेवल, शरीर का तापमान, परिवार के लोगों के स्वास्थ्य के स्थिति की जानकारी लेंगी।
किसी भी गंभीर स्थिति के पेसेंट अथवा मामले पर तत्काल ऐसे लोगों को अम्बिकापुर अथवा नजदीकी कोरोना इलाज हेतु बने स्वास्थ्य केंद्र में लाकर भर्ती कराया जायेगा। यह पूरा कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार को रोकने हेतु किया जाना है।