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पायलट की बहादुरी से बची 370 यात्रियों की जान, लगातार 15 घंटे उड़ानी पड़ी थी फ्लाइट

locationनई दिल्लीPublished: Sep 18, 2018 01:38:36 pm

Submitted by:

Shweta Singh

ये मामला 11 सितंबर का है।

air india pilots atc saved lifes of 370 passenger after system failure

पायलट की बहादूरी से बची 370 यात्रियों की जान, लगातार 15 घंटे उड़ानी पड़ी थी फ्लाइट

न्यूयॉर्क। नई दिल्ली से न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुई फ्लाइट के साथ एक बड़ी अनहोनी होते-होते टल गई। दरअसल यहां से रवाना हुई एयर इंडिया की फ्लाइट AI-101 की जॉन एफ कैनेडी एयरपोर्ट पर लैंडिंग असफल रही, लेकिन फिर भी इसमें सवार 370 यात्रियों की जिंदगी सही सलामत बच गई। ये मामला 11 सितंबर का है। इस दिन के बारे में फ्लाइट के पायलट ने अपना अनुभव साझा किया।

एक साथ टूटा मुसीबतों का पहाड़

पायलट रुस्तम पालिया ने बताया कि उन्हें इस उड़ान के दौरान कई बड़ी चुनौतियों और मुसीबतों का सामना करना पड़ा। उनका कहना है कि उनके लिए वो 15 घंटे किसी भयानक सपने से कम नहीं थे। इस यात्रा के दौरान कई समस्याएं एक साथ आती गई। पहले कई सिस्टमों में एक साथ फॉल्ट, फिर खराब मौसम और ईंधन की कमी जैसी समस्याओं का सामना करते हुए भी पायलट ने घुटने नहीं टेके। उन्होंने विमान को न्यूयॉर्क के एक वैकल्पिक हवाई अड्डे पर कुशलतापूर्वक लैंड कराकर 370 लोगों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया।

नॉन-स्टाप 15 घंटे तक उड़ानी पड़ी फ्लाइट

मीडिया रिपोर्ट में मिल रही जानकारी के मुताबिक पायलट रुस्तम पालिया ने तकनीकी खराबी का पता लगते ही विमान से संबंधित सभी परेशानियों के बारे में न्यूयॉर्क के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को सूचना भेजी। पायलट को दिल्ली से उड़ान भरने के बाद नॉन-स्टाप 15 घंटे तक फ्लाइट उड़ानी पड़ी थी। यही नहीं उन्होंने लैंडिंग प्रक्रिया में मदद के लिए उपलब्ध प्रणाली की सहायता के बिना ही फ्लाइट उड़ाया।

पायलट ने सुनाई आपबीती

पायलट ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि ‘लैंडिंग के ठीक पहले अचानक पायलट समेत सारे यात्री आसमान में अटक गए थे। हम लोग यातायात नियंत्रण में नाकामी के शिकार हुए थे। उस वक्त ऑटो लैंडिंग, विंडशेर सिस्टम जैसी कई तकनीक ने साथ छोड़ दिया था। जिसके बाद इस नौ साल पुराने विमान की पायलट द्वारा मैनुअल लैंडिंग कराने का ही रास्ता बचा था।’ पायलट ने ये भी बताया कि न तो एयर इंडिया की ओर से इस तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए कोई विशेष प्रशिक्षण का आयोजन कराया जाता है न ही बोइंग के ऑपरेशन के लिए जो मैनुअल उपलब्ध है उसमें ऐसी स्थिति से निपटने के लिए किसी तरह की कोई जानकारी दी गई है।

घटना की जांच जारी

जानकारी के मुताबिक इस घटना के पीछे का कारण जानने के लिए एयर इंडिया ने जांच के आदेश दिए हैं। इस संबंध में एयर इंडिया के प्रवक्ता प्रवीण भटनागर ने अपने बयान में कहा ‘फ्लाइट सेफ्टी डिपार्टमेंट इस मामले की जांच में जुटा हुआ है। हालांकि एयर इंडिया के पायलटों ने इस स्थिति को सफलतापूर्वक संभाला है।’

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