अधिकारियों के अनुसार जिन पर प्रतिबंध लगाए गए हैं उनकी संपत्तियों को सील कर दिया जाएगा और उनके साथ कोई भी अमरीकी नागरिक कोई लेन-देन नहीं कर पाएगा
वॉशिंगटन। अमरीका ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन पर मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाते हुए प्रतिबंध लगाया है। अमरीका अधिकारियों के अनुसार किम जोंग को मानवाधिकारों के हनन के मामले में जिम्मेदार ठहराया गया है और किम का नाम काली सूची में डाल दिया गया है। किम के अलावा दस अन्य शीर्ष अधिकारियों पर भी प्रतिबंध लगाए हैं।
अमरीका का आरोप है कि ये लोग राजनीतिक कैदियों को प्रताड़ति करने समेत गंभीर मानवाधिकारों के हनन के मामलों में शामिल रहे हैं। अमरीका का कहना है कि उत्तर कोरिया दुनिया के सर्वाधिक दमनकारी देशों में शामिल है। अधिकारियों के अनुसार जिन लोगों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं उनकी संपत्तियों को सील कर दिया जाएगा और उनके साथ कोई भी अमरीकी नागरिक कोई लेन-देन नहीं कर पाएगा।
आतंकवाद और वित्तीय खुफिया विभाग के कार्यवाहक राजस्व उप मंत्री एडम जुबिन ने कहा कि किम जोंग उन के शासनकाल में उत्तर कोरिया ने अपने लाखों लोगों को बेइंतिहा यातनाएं दी हैं, जिनमें न्यायेत्तर हत्याएं, जबरन श्रम और प्रताडऩा भी शामिल है। मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम देश के गृह सुरक्षा और लोक सुरक्षा मामलों के प्रमुख की अपनी भूमिका में मानवाधिकारों के हनन के लिए जिम्मेदार हैं। वॉशिंगटन में अधिकारियों के अनुसार उत्तर कोरिया के गृह सुरक्षा मंत्रालय ने राजनीतिक कैदी शिविरों में 80 हजार से लेकर 1 लाख 20,000 कैदियों को रखा, उन्हें मौत की सजा दी, यौन प्रताडऩा दी, भूखे मारा और उनसे गुलामों की तरह काम करवाया जाना आम बात रही है।