दोनों देशों के रिश्तों में जारी तनातनी
एक अमरीकी अखबार के अनुसार वॉशिंगटन और इस्लामाबाद के संबंध काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं, जिसके पीछे ट्रंप द्वारा की गई वह घोषणा भी कारण मानी जा रही है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को अराजकता, हिंसा और आतंकवाद फैलाने वालों की पनाहगाह बताया था। बता दें कि इससे पूर्व अगस्त में अमरीका की ओर से कहा गया था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता तब तक वह 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की धनराशि जारी नहीं करेगा। उधर, पाकिस्तानी सेना ने अमरीका की एकतरफा कार्रवाई को लेकर चेतावनी दी है। पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि उसकी अफगानिस्तान में सहयोग की इच्छा के बावजूद राष्ट्रीय सम्मान व संप्रभुता से कोई समझौता नहीं हो सकता। अमरीका द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की धमकी को याद करते हुए सेना के प्रवक्ता मेजर जनल आसिफ गफूर ने गुरुवार को कहा कि सशस्त्र बल दोस्तों के साथ काम कर रहा है और ऐसा करना जारी रखना चाहता है, लेकिन हमारे राष्ट्रीय सम्मान से कोई समझौता नहीं हो सकता है। यह भी कहा गया गया कि हम अपने दोस्तों से विवाद नहीं चाहते, लेकिन पाकिस्तान की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।