9 करोड़ रुपए हुए खर्च…
3 हजार वर्ग फुट में फैले इस चर्च को मंदिर में तब्दील करने में तकरीबन 1.45 मिलियन डॉलर (9.28 करोड़ रु.) का खर्च आया था। पांच चर्च को बना चुके मंदिर
अहमदाबाद के संस्थान द्वारा इससे पहले दुनियाभर में अब तक पांच चर्च को मंदिर में बदला जा चुका है। इनमें से तीन चर्च जो अब मंदिर बन गए अमरीका में स्थित हैं। डेलावरे से पहले संस्थान कैलिफोर्निया और केंटुकी स्थित चर्च को अपने अधिकार में लेकर उसे मंदिर के रूप में पहचान दे चुका है। इसके अलावा संस्था ब्रिटेन में भी दो चर्चों को नई पहचान दे चुका है। इनमें से एक लंदन और दूसरा बोल्टन (मैनचेस्टर) में है।
3 हजार वर्ग फुट में फैले इस चर्च को मंदिर में तब्दील करने में तकरीबन 1.45 मिलियन डॉलर (9.28 करोड़ रु.) का खर्च आया था। पांच चर्च को बना चुके मंदिर
अहमदाबाद के संस्थान द्वारा इससे पहले दुनियाभर में अब तक पांच चर्च को मंदिर में बदला जा चुका है। इनमें से तीन चर्च जो अब मंदिर बन गए अमरीका में स्थित हैं। डेलावरे से पहले संस्थान कैलिफोर्निया और केंटुकी स्थित चर्च को अपने अधिकार में लेकर उसे मंदिर के रूप में पहचान दे चुका है। इसके अलावा संस्था ब्रिटेन में भी दो चर्चों को नई पहचान दे चुका है। इनमें से एक लंदन और दूसरा बोल्टन (मैनचेस्टर) में है।
भारत से भेजा शिखर और गुंबद
खबरों के मुताबिक जीर्णोद्धार का कार्य पूरा होने के बाद भारत से विशेष तौर पर लाए गए दो शिखर और एक गुंबद को इसमें स्थापित किया गया था। बेकार पड़ा था चर्च
चर्च बेकार पड़ा था, जिसके बाद स्वाीमानारायण संस्थान ने इसका अधिग्रहण करने का फैसला लिया था। इस मंदिर में भगवान स्वामीनारायण के अलावा भगवान हनुमान और गणेश की प्रतिमा भी स्थापित की गई है। अमरीका के डेलावरे राज्य में हिंदू समुदाय के करीब 700 लोग रहते हैं। इसे देखते हुए संस्थान को उम्मीद है कि आने वाले समय में यह मंदिर एक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभरेगा। यहां धार्मिक के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
खबरों के मुताबिक जीर्णोद्धार का कार्य पूरा होने के बाद भारत से विशेष तौर पर लाए गए दो शिखर और एक गुंबद को इसमें स्थापित किया गया था। बेकार पड़ा था चर्च
चर्च बेकार पड़ा था, जिसके बाद स्वाीमानारायण संस्थान ने इसका अधिग्रहण करने का फैसला लिया था। इस मंदिर में भगवान स्वामीनारायण के अलावा भगवान हनुमान और गणेश की प्रतिमा भी स्थापित की गई है। अमरीका के डेलावरे राज्य में हिंदू समुदाय के करीब 700 लोग रहते हैं। इसे देखते हुए संस्थान को उम्मीद है कि आने वाले समय में यह मंदिर एक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभरेगा। यहां धार्मिक के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।