प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरकर लगातार प्रदर्शन करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इधर विस्कॉन्सिन में शुरू हुआ विरोध-प्रदर्शन अब दूसरे राज्यों में भी फैल गया है। अलग-अलग शहरों में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। शनिवार को केनोशा ( Kenosha ) स्थित अदालत के बाहर करीब एक हजार प्रदर्शनकारी इकट्ठा होकर एक व्यक्ति एक मत, सात गोली-सात दिन और न्याय बिना शांति नहीं के नारे लगाए।
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मालूम हो कि बीते रविवार को अफ्रीकी-अमरीकी नागरिक जैकब ब्लेक ( African-American Citizen Jacob Blake ) को एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने पीछे से गोली मार दी थी। इससे ब्लेक बुरी तरह से घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज अभी भी चल रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पुलिस ने जैबक ब्लेक पर पीछे से सात गोलियां मारी थी। इस घटना का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल ( Video Viral On Social Media ) हुआ तो पुलिस की इस काली करतूत की पोल दुनिया के सामने आई। जैकब पर गोली चलाने के विरोध में लोगों ने जमकर प्रदर्शन करते हुए कई जगहों पर हिंसक घटना को अंजाम दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों समेत कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचाया था। उग्र होते प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए विस्कॉन्सिन में गर्वनर को इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी।
जैकब की हालत स्थिर
अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे जैकब के परिजनों के वकील ने कहा है कि व अभी जमीन पर अपना पांव नहीं रख सकते हैं क्योंकि गोलियां लगने की वजह से शरीर को लकवा हो गया है।
अदालत के बाहर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी में शामिल जैकब ब्लेक के पिता ब्लेक सीनियर ने कहा कि अभी जिस तरह के व्यवस्था लागू है वह पुलिस की बर्बरता और नस्लीय भेदभाव को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने इसमें बदलाव करने की मांग की है। ब्लेक के पिता ने बताया है कि उनके बेटे को होश आ गया है लेकिन उसको काफी दर्द है।
इससे पहले जैकब की मां ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी और कहा था कि शहर में उन्होंने कई जगहों पर काफी नुकसान होते देखा है। उन्होंने कहा था कि ब्लेक कभी भी हिंसा के बारे में नहीं सोचते थे। इसलिए वे जहां कभी होंगे और यदि उन्हें पता चला तो वे काफी दुखी होंगे।
मंगलवार को केनोशा जाएंगे ट्रंप
आपको बता दें कि यह घटना ऐसे समय में घटित हुई है, जब अमरीका में 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव ( American President Election ) के लिए प्रचार-प्रसार जोरों पर है। कई शहरों में हो रहे प्रदर्शन के मद्देनजर माना जा रहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( President Donald Trump ) को इससे नुकसान हो सकता है। हालांकि टेक्सास ( Texas ) में जब उनसे इस संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे मंगलवार को केनोशा जाएंगे।
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राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वे जैकब से मिलेंगे और उनका हाल चाल जानेंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना से वे काफी आहत हैं। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जुड डीरी ने बताया कि ट्रंप केनोशा में कानून प्रवर्तन अधिकारियों से मिलेंगे और हाल के हिंसक प्रदर्शन से हुए नुकसान का सर्वेक्षण करेंगे।
बता दें कि इससे पहले अफ्रीकी-अमरीकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड ( George Floyd Death ) की पुलिस कस्टडी में मौत होने के बाद काफी लंबे समय तक अमरीका के कई शहरों में विरोध-प्रदर्शन चला था। अरबों का नुकसान हुआ था। हालात पर काबू पाने के लिए ट्रंप प्रशासन को सेना तक को बुलानी पड़ी थी।