रेडस्टोन ने वायकॉम सीबीएस इंक को अन्य कंपनियों की आक्रामक खरीद के जरिए बनाई थी। हालांकि दुनियाभर में रेडस्टोन अपनी पत्नियों, कलाकारों और अधिकारियों के साथ संबंध टूटने को लेकर सुर्खियों में रहे थे। रेडस्टोन ने कई बार इंटरव्यू में कहा था कि ‘वह कभी नहीं मरेंगे।’ 2009 में अपस्टार्ट बिजनेस से बात करते हुए उन्होंने कहा था, ‘मैं हमेशा जीवित रहने का इरादा रखता हूं।’
सीबीएस कोर्प और वायकॉम इंक पर वोटिंग शेयर के अधिकार के जरिये नेशनल एमुजमेंट थियेटर चेन पर बनाई गई उनकी मजबूत पकड़ आगे चल कर उनकी बेटी शारी रेडस्टोन को हस्तांतरित हो गई, जिन्होंने 2006 में दो हिस्सों में टूट चुकी कंपनी का फिर से विलय करने के लिये शीर्ष अधिकारियों से लड़ाई लड़ी।
पिता रेडस्टोन पर बेटे ने दर्ज कराया था मुकदमा
मालूम हो कि रेडस्टोन के बेटे ब्रेंट रेडस्टोन ने पिता के द्वारा स्थापित किए गए मीडिया साम्राज्य को खत्म करने के लिए एक बार उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया था। हालांकि बाद में मतदाता शेयरों को छोड़ने के लिए समझौता भी किया था। रेडस्टोन ने दो शादी की थी, लेकिन दोनों ही बार उनका तलाक हो गया। उनकी निगरानी में वायकॉम देश की मीडिया कंपनियों में नयी ऊंचाई पर पहुंचा।
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रेडस्टोन के बारे में ऐसा माना जाता है कि वह भले ही इतने बुजुर्ग हो गए थे, लेकिन शानो-शौकत में उन्होंने कभी कोई कमी नहीं आने दी। रेडस्टोन ने अपनी शानो-शौकत में करोड़ों रुपये लुटाए हैं।