आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले कश्मीरी राजनीतिक कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 40वें सत्र के दौरान कश्मीर पर पाकिस्तान के दोहरे रवैये की सख्त आलोचना की थी। इस अवसर पर यूरोपियन फाउंडेशन ऑफ साउथ एशियन स्टडीज के निदेशक जुनैद कुरैशी ने पाकिस्तान को हमलावर राष्ट्र करार दिया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने 1947 हमला बोलकर जम्मू और कश्मीर सहित बलूचिस्तान पर कब्जा कर लिया और अब एक ब्रोकर की तरह अपने हित के लिए चीन के हाथों बेचने जा रहा है।