गौरतलब है कि रूस के साथ पूर्व राष्ट्रपति के प्रचार अभियान के संबंध के बाबत एफबीआई जांच के मद्देनजर जेम्स कॉमी को पद से हटा दिया गया था और उनके स्थान पर जून, 2017 में ट्रंप ने क्रिस्टोफर रे को नामित किया था। हिल न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, क्रिस्टोफर रे को लेकर स्थिति स्पष्ट करने के सवाल पर जो बाइडेन की प्रेस सचिव जेन साकी ने हालांकि बुधवार को व्हाइट हाउस में ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों को कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि उन्होंने इस बारे में अभी राष्ट्रपति से बात नहीं की है।
लेकिन, गुरुवार को उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन क्रिस्टोफर को एफबीआई डायरेक्टर के पद पर बनाए रखना चाहते हैं। अपनी इस भूमिका में वह जो कार्य कर रहे हैं, उसमें बाइडेन को पूरा भरोसा है। वैसे तो एफबीआई डायरेक्टर का कार्यकाल 10 वर्ष का होता है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि कोई इस पद पर 10 साल तक बना रहे। राष्ट्रपति अगर चाहें तो उसे हटा भी सकते हैं, अथवा वह इस पद से इस्तीफा भी दे सकते हैं।
फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि बुधवार को नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले जो बाइडेन और क्रिस्टोफर के बीच कोई बात हुई है अथवा नहीं। हिल न्यूज वेबसाइट ने एफबीआई अधिकारियों के हवाले से कहा है कि बाइडेन की टीम और एफबीआई के बीच बहुत सकारात्मक विचार-विमर्श हुआ है। क्रिस्टोफर रे पर बाइडेन के निर्णय का हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के चेयरमैन एडम शिफ ने स्वागत किया है। उन्होंने क्रिस्टोफर के बेहद पेशेवर तरीके से काम करने के तरीके और उनकी दक्षता के लिए भी उनकी खूब तारीफ की।