दो समर्थकों ने कैलिफोर्निया हमले को अंजाम दिया : आईएस
Published: Dec 05, 2015 10:45:00 pm
एफबीआई के प्रमुख जेम्स कोमे ने कहा, जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि हत्यारे कट्टरपंथी थे और विदेशी आतंकी संगठनों से प्रेरित हो सकते हैं
वॉशिंगटन। कैलिफोर्निया में सामाजिक सेवा केंद्र में हुए हमले को इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह के दो समर्थकों ने अंजाम दिया था। आईएस नेअपने एक रेडियो प्रसारण अल-बयन में कहा कि कैलिफोर्निया शहर के सैन बर्नार्डिनो में बुधवार को हुए हमले को आईएस समूह के दो समर्थकों ने अंजाम दिया जिसमें कम से कम 14 लोग मारे गए और 20 अन्य जख्मी हो गए।
अमरीकी नागरिक सैयद फारूक (28) और उनकी पत्नी तशफीन मलिक (27) हमले में शामिल थे। पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी की घटना कुछ हद तक सुनियोजित थी। अमरीकी गुप्तचर एजेंसी ‘फेडेरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन’ (एफबीआई) के प्रमुख जेम्स कोमे ने शुक्रवार को कहा कि गोलीबारी की जांच ‘आतंकी गतिविधि’ के तौर पर की जा रही है। लेकिन इसका कोई संकेत नहीं मिला है कि यह एक आतंकी हमला था।
कोमे ने कहा, जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि हत्यारे कट्टरपंथी थे और विदेशी आतंकी संगठनों से प्रेरित हो सकते हैं। कोमे ने हालांकि कहा कि अब तक इस बात कोई सबूत नहीं मिले हैं कि पति-पत्नी दोनों का संबंध किसी आतंकी समूह से हो।
उन्होंने कहा, हमें इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि ये हत्यारे किसी बड़े आतंकवादी समूह का हिस्सा थे। इस बात के भी संकेत नहीं हैं कि वे किसी नेटवर्क का हिस्सा थे। उल्लेखनीय है कि दक्षिणी कैलिफोर्निया में सामाजिक सेवा केंद्र में दंपति ने बुधवार को अंधाधुंध गोलियां बरसाकर 14 लोगों की हत्या कर दी थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे।
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, इस वारदात को अंजाम देने के लिए कुछ योजना बनाई गई थी। शुक्रवार को यह खुलासा हुआ था कि पत्नी ने सोशल मीडिया पर आईएस के प्रति वफादारी जताई थी।