सुरक्षाबलों की तरफ से की गई औचक कार्रवाई में गई थी जान
इस मामले में छपी एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कैथोलिक चर्च ने गुरुवार को उस किशोर की मौत पर शोक जताया। बता दें कि यह किशोर प्रदर्शनकारियों पर सरकारी सुरक्षाबलों की तरफ से की गई औचक कार्रवाई का निशाना बना था।
कैथोलिक चर्च के बिशप सिल्वियो बेज का बयान
जिस चर्च में उस किशोर के लिए प्रार्थना की गई उस कैथोलिक चर्च के बिशप सिल्वियो बेज ने कहा, “यह खबर मुझे अभी पता चली है और मैं इसे सुनकर गम में हूं। भगवान ने सैंडर डोल्मस (पीड़ित) को अपना लिया है, जिसका लियोन में सैनिकों ने आज कत्ल कर दिया।”
सीने में लगी थी गोली
पादरी विक्टर मोरेल्स ने संवाददाताओं को बताया कि यह बच्चा भी अन्य बच्चों के साथ था, जब अर्धसैनिक समूह के जवान सत्तारूढ़ सैंडिनिस्टा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (एफएसएलएन) के मुख्यालय से निकले और उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। पादरी ने बताया कि किशोर को सीने में गोली लगी और कुछ ही मिनटों में उसने दम तोड़ दिया। डोल्मस ‘कैथ्रेडल ऑफ द एजम्पशन ऑफ मैरी’ में आल्टर ब्वॉय था।
2016 में प्रधानमंत्री चुने गए थे ओर्टेगा
गौरतलब है कि 72 साल के ओर्टेगा 2016 में प्रधानमंत्री चुने गए थे। बता दें कि ये तीसरा मौका था जब उन्हें राष्ट्रपति चुना गया था। इस बार के चुनाव परिणामों के नतीजे में उन्हें 70 प्रतिशत वोट मिले थे। उस वक्त इन आंकड़ों पर पर्यवेक्षकों ने सवाल खड़े किए थे।