आपको बता दें कि ट्रंप ट्विटर पर पोस्ट किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘एक साल पहले शार्लोट्सविले में हुए दंगे बेवजह थे। हमें एक राष्ट्र के तौर पर एकजुट रहना चाहिए। मैं हर तरह के नस्लवाद और हिंसा की निंदा करता हूं।’
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पिछले साल के बयान से बिल्कुल अलग है ये पोस्ट
हालांकि इस मुद्दे पर उनका ये पोस्ट हैरान करने वाला है, क्योंकि ट्रंप का यह संदेश ठीक एक साल पहले दिए उनके विवादास्पद बयान से बिल्कुल अलग है। उस बयान में उन्होंने शेर्लोट्स्विले में हिंसा के लिए नियो-नाजी समूहों और प्रदर्शनकारियों को जिम्मेदार ठहराया था।
12 अगस्त 2017 को हुई थी रैली में हिंसा
गौरतलब है कि शेर्लोट्स्विले में उस वक्त हुए प्रदर्शन अमरीका में नस्लीय तनाव का प्रतीक बन गया था। यह घटना 12 अगस्त 2017 को हुई थी जब श्वेत श्रेष्ठतावादियों ने रॉबर्ट ई.ली की प्रतिमा को हटाने की निंदा करते हुए शहर में मार्च किया था।
रॉबर्ट ई.ली की मूर्ति को हटाने के खिलाफ भड़की थी हिंसा, 19 लोग हुए थे घायल
इस रैली के दौरान एक युवा नियो-नाजी शख्स ने अपनी कार से भीड़ को कुचल दिया था, जिसमें 32 साल के हीथर हेयर की मौत हो गई थी और 19 लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। बता दें कि रॉबर्ट ई.ली एक कॉन्फेडेरेट जनरल थे, जिन्होंने अमरीकी नागरिक युद्ध में हिस्सा लिया था।