खातों के लिए कौन जिम्मेदार है?
फेसबुक के साइबर सुरक्षा प्रमुख नाथानियल ग्लेचर ने शुक्रवार को जारी किए बयान में कहा, ‘हमने इसे ईरान की साथ के साथ जुड़ा नहीं पाया है, इसलिए कह नहीं सकते कि इन खातों के लिए कौन जिम्मेदार है।’ फेसबुक ने कहा कि इन पेजों और खातों को बनाने वाले जो लोग हैं, उन्होंने अपने आप को अमरीकी नागरिक बताया है और कुछ में ब्रिटिश नागरिक बताया गया है।
रंगभेद, अमरीकी राष्ट्रपति का विरोध और आप्रवासन से जुड़े ट्वीट्स
कहा जा रहा है कि ये लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर केवल राजनीतिक विषयों पर ही ट्वीट कर रहे हैं, जिसमें रंगभेद, अमरीकी राष्ट्रपति का विरोध और आप्रवासन से जुड़े ट्वीट्स है। फेसबुक ने कहा कि उसकी थ्रेट इंटेलीजेंस टीम से सबसे पहले इनकी गतिविधियों का एक हफ्ते पहले पता लगाया था और आंतरिक जांच शुरू की थी। ग्लेचर ने कहा, ‘उनके द्वारा उनकी वास्तविक पहचान छुपाने की कोशिश के बावजूद हमने पता लगा लिया कि ये खाते ईरान से जुड़े हैं।’
बाल उत्पीड़न से जुड़ी 87 लाख तस्वीरें हटाई
इससे पहले भी फेसबुक के आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और मशीन लर्निग (एमएल) प्रौद्योगिकियों ने उसके प्लेटफार्म से पिछले तीन महीनों में बाल उत्पीड़न से जुड़ी 87 लाख तस्वीरों को हटाने में मदद की है। फेसबुक ने बुधवार को कहा कि इनमें से 99 फीसदी से ज्यादा तस्वीरों को यूजर्स द्वारा शिकायत करने से पहले ही हटा लिया गया है। फेसबुक का ‘समुदाय मानदंड'(कंम्युनिटी स्टैंडर्ड) दुर्व्यवहार की संभावना से बचने के लिए बाल उत्पीड़न को प्रतिबंधित करता है, साथ ही यह नॉन सेक्सुअल कंटेट पर भी कार्रवाई करता है, जैसे कि बच्चे की नहाते हुए तस्वीरों को भी यह प्रतिबंधित करता है।