गूगल की सफाई
इस बारे में गूगल के प्रवक्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘इस बारे में पता चलते ही हमने मामले की जांच शुरू की। लेकिन इस दौरान हमें कोई सबूत नहीं मिला है जिसमें तस्वीरें इस विशेष खोज के जवाब में पाकिस्तानी झंडे को दिखा रही हों।’ प्रवक्ता ने आगे कहा कि कई मीडिया रिपोर्ट में इसे मीम वेबसाइट के एक पुराने स्क्रीनशॉट का हिस्सा बताया गया है, जो उनके यूजर इंटरफेस (वह स्थान जहां मनुष्यों और मशीनों के बीच पारस्परिक क्रिया होती है) के साथ असंगत है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि यह मामला 2017 का है। लेकिन गूगल का कहना है कि उन्हें इसका कोई सबूत नहीं मिला कि ये परिणाम कभी भी दिखाई दिए हैं।
पहले भी सामने आए हैं चौंकाने वाले सर्च रिजल्ट्स
गौरतलब है कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई थी कि 14 फरवरी को जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा हमले के बाद गूगल पर टॉयलेट पेपर सर्च करने पर पाकिस्तानी झंडा दिखाई दे रहा था। सर्च रिजल्ट के स्क्रीन शॉट्स ट्विटर, इंस्टाग्राम और फोसबुक जैसे कई सोशल मीडिया साइट्स पर जमकर वायरल हो रहे थे। आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब गूगल से इस तरह के सर्च रिजल्ट मिले हों। इससे पहले भी गूगल सर्च रिजल्ट्स में ‘फेकू’, ‘पप्पू’ और ‘इडियट’ जैसे शब्दों को खोजने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीरें सामने आईं थीं। यही नहीं भिखारी सर्च करने पर इमरान खान की तस्वीर भी गूगल सर्च रिजल्ट में आई थी।