भगवान के बारे में लिखा है पत्र
दरअसल अल्बर्ट आइंस्टीन को जर्मनी के दार्शनिक एरिक गटकाइंड ने अपनी किताब ‘चूज लाइफ: द बिबलिकल कॉल टू रिवोल्ट’ की एक प्रति भेजी थी। इस किताब के जवाब के तौर पर आइंस्टीन ने एरिक को एक पत्र लिखा था जो ‘भगवान का पत्र’ नाम से मशहूर हुआ। पत्र में आइंस्टीन ने ईश्वर और धर्म को लेकर अपने विचार लिखे हैं। पत्र में उन्होंने 17वीं शताब्दी के यहूदी डच दार्शनिक बारुच स्पिनोजा का भी जिक्र किया है। जो देवता या भगवान में विश्वास नहीं रखते थे।