अकाउंट पर लगाया पाकिस्तान का झंडा
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मैं वापस आ गया हूं, ट्विटर इंडिया और उन लोगों का धन्यवाद जिन्होंने मदद की।” हैकरों ने उनके अकाउंट पर तुर्की भाषा में कुछ ट्विटर संदेश भी लिख दिया था, जिससे अंदाज लगाया जा रहा है कि यह हैकिंग तुर्की के हैकरों ने की है। लेकिन रिपोर्टों के मुताबिक, हैकरों ने उनके अकाउंट को हैक करके पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के झंडे और राष्ट्रपति ममनून हुसैन की तस्वीर लगा दी थी। यही नहीं हैकरों ने वेरिफाइड अकाउंट को दर्शाने वाला नीला निशान भी गायब कर दिया था।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मैं वापस आ गया हूं, ट्विटर इंडिया और उन लोगों का धन्यवाद जिन्होंने मदद की।” हैकरों ने उनके अकाउंट पर तुर्की भाषा में कुछ ट्विटर संदेश भी लिख दिया था, जिससे अंदाज लगाया जा रहा है कि यह हैकिंग तुर्की के हैकरों ने की है। लेकिन रिपोर्टों के मुताबिक, हैकरों ने उनके अकाउंट को हैक करके पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के झंडे और राष्ट्रपति ममनून हुसैन की तस्वीर लगा दी थी। यही नहीं हैकरों ने वेरिफाइड अकाउंट को दर्शाने वाला नीला निशान भी गायब कर दिया था।
पिछले काफी समय से साइबर हैकिंग के बढ़े हैं मामले
लेकिन समय रहते हैकरों ने ये तस्वीरें और तुर्की भाषा में किए गए ट्वीट को हटा दिया, जिसके कारण हैकिंग का शक पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों पर भी जताया जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले काफी समय से भारत में साइबर हमले बढ़ गए हैं। गृह मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2016 में भारत में कुल 199 सरकारी वेबसाइटें हैक की गई थीं। आंकड़ों के अनुसार, साल 2013 से 2016 के बीच अब तक देश में 700 से अधिक सरकारी वेबसाइट हैक हो चुकी हैं।
लेकिन समय रहते हैकरों ने ये तस्वीरें और तुर्की भाषा में किए गए ट्वीट को हटा दिया, जिसके कारण हैकिंग का शक पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों पर भी जताया जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले काफी समय से भारत में साइबर हमले बढ़ गए हैं। गृह मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2016 में भारत में कुल 199 सरकारी वेबसाइटें हैक की गई थीं। आंकड़ों के अनुसार, साल 2013 से 2016 के बीच अब तक देश में 700 से अधिक सरकारी वेबसाइट हैक हो चुकी हैं।
हालांकि अगस्त 2017 में ये दावा किया गया था कि कुछ भारतीय हैकरों ने पाकिस्तान की करीब 30 सरकारी वेबसाइट्स को हैक कर लिया था। इसमें रक्षा मंत्रालय से लेकर रेलवे जैसी महत्वपूर्ण वेबासइट्स शामिल थी।