7 लाख से ज्यादा लोगों पर पड़ा है तूफान का असर
उधर, प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प को भी तूफान के चलते दूसरे एयरपोर्ट से उड़ान भरनी पड़ी। वेदर सर्विस ने कहा है कि अगले तीन दिनों में तूफान और खतरनाक हो सकता है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई इलाकों में हवाएं इतनी तेज हैं कि पेड़ जड़ से उखड़कर गिर रहे हैं। इलेक्ट्रिक पोल गिरने से 90 हजार से ज्यादा घरों में पावर सप्लाई बंद है। यहां 7 लाख से ज्यादा लोग बुनियादी चीजों के लिए जूझ रहे हैं।
उधर, प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प को भी तूफान के चलते दूसरे एयरपोर्ट से उड़ान भरनी पड़ी। वेदर सर्विस ने कहा है कि अगले तीन दिनों में तूफान और खतरनाक हो सकता है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई इलाकों में हवाएं इतनी तेज हैं कि पेड़ जड़ से उखड़कर गिर रहे हैं। इलेक्ट्रिक पोल गिरने से 90 हजार से ज्यादा घरों में पावर सप्लाई बंद है। यहां 7 लाख से ज्यादा लोग बुनियादी चीजों के लिए जूझ रहे हैं।
मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल हैं
अधिकारियों ने बताया कि बॉस्टन समेत कई तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर जाने की सलाह दी गई है। शुक्रवार को ज्यादातर सरकारी दफ्तर बंद रखे गए। पुलिस के मुताबिक, तूफान के चलते पेड़ गिरने और घरों के मलबे में दबने से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में एक 11 साल के लड़के समेत दो बच्चे शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बॉस्टन समेत कई तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर जाने की सलाह दी गई है। शुक्रवार को ज्यादातर सरकारी दफ्तर बंद रखे गए। पुलिस के मुताबिक, तूफान के चलते पेड़ गिरने और घरों के मलबे में दबने से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में एक 11 साल के लड़के समेत दो बच्चे शामिल हैं।
आपको बता दें कि अमेरिका पिछले दो माह से भयंकर शीत लहरों और तूफान से जूझ रहा है। इस बार अमेरिका में रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई है। शिकागो में इससे पहले 2011 में लगातार दो दिन से भयंकर बर्फबारी में 20 इंच तक बर्फ गिरी थी। 2015 फरवरी में शिकागो में 16.2 इंच तक बर्फ गिरी थी।