वेश्यावृत्ति छोड़कर बन बैठी भगवान
मेक्सिको की मैगडालेना सोलिस एक गरीब परिवार में जन्मीं थी, जिसने पैसों की कमी पूरी करने के लिए वेश्यावृत्ति का रास्ता अख्तियार कर लिया। कुछ ही सालों में इस धंधे को छोड़कर वो एक खूंखार गिरोह की टीम लीडर बन गई। बता दें कि साल 1960 के दौरान उसका और उसके इस गिरोह का नाम मेक्सिको में दुष्कर्म, हत्या और लोगों को टॉर्चर करने के लिए कुख्यात हो चुका था। जानकारी के मुताबिक ये गिरोह पूजा-पाठ और धर्म की आड़ में इंसानों की बलि दिया करते थे। यही नहीं उनसे बगावत करने वालों के साथ होनेवाले मारपीट ने लोगों के अंदर उन्हें लेकर डर पैदा कर दिया था। बताया जाता है कि मैगडालेना पहले तो अपने शिकार की बेरहमी से हत्या करती थी, उसके बाद उसका खून बहाकर उसे गर्म करके पीती थी।
अदालत ने सुनाई 50 सालों की सजा
इस तरह से मैगडालेना पर 8 लोगों की हत्या और उनका खून पीने का आरोप। जबकि पुलिस के मुताबिक उसने 15 लोगों की जान ली हैं। खुद को भगवान समझने वाली इस औरत ने गांव के कई लोगों का यौन शोषण भी किया था। खून पीने के अलावा वो लोगों को जिंदा जला देने जैसे क्रूर फैसले भी सुनाया करती थी। मैगडालेना जल्द ही खून पीने की लती हो गई। उसे भ्रम होने लगा कि इस तरह खून पीकर उसे एनर्जी मिलती है। हालांकि बाद में इसके गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। उन इन संगीन अपराध के लिए अदालत ने पचास साल की सजा सुनाई है।