तालिबान निर्दोषों को मार रहा
ट्रंप ने कहा कि तालिबान के साथ फिर से शांति वार्ता शुरू करने की संभावनाएं कम हो गयी हैं। उन्होंने पत्रकारों को कहा कि मुझे नहीं लगता कि तालिबान से कोई बातचीत होगी। हम फिलहाल बातचीत के लिए तैयार नहीं है। वहां एक अलग ही लड़ाई चल रही है। तालिबान निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार रहा है।
हम अब खात्मा करेंगे- ट्रंप
अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि आप उनको नृशंसता करते हुए, अपने ही लोगों, महिलाओं और बच्चों की जान लेते हुए देखते हैं। यह भयावह है। हम तालिबान से बातचीत नहीं करना चाहते। जिसे खत्म किया जाना चाहिए, हम उसका खात्मा करेंगे। कोई अन्य ऐसा भले ही करने में सफल नहीं हो रहा, लेकिन हम ऐसा करने में सफल होंगे।
आतंक का पनाहगाह है पाक
वहीं दूसरी ओर अमरीका का मानना है कि शनिवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए एंबुलेंस बम धमाके को अफगान तालिबान यानी हक्कानी नेटवर्क ने अंजाम दिया। अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने यह जानकारी दी। अफगानिस्तान में नाटो नेतृत्व वाले सहयोग मिशन के कैप्टन टॉम ग्रेसबैक ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि बीते शनिवार को 103 लोगों की जाने लेने के पीछ तालिबान का हक्कानी नेटवर्क है।एक अन्य अमेरिकी अधिकारी ने पहचान गुप्त रखे जाने की शर्त पर कहा कि अमेरिका को यकीन है कि हमले के पीछे हक्कानी नेटवर्क है। अमेरिका बहुत पहले ही पड़ोसी पाकिस्तान को आतंकवाद की पनाहगाह बता चुका है।
हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत
गौरतलब है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार को हुए आत्मघाती हमले में 100 से ज्यादा लोग मारे गये थे और 235 घायल हुए थे। वहीं कल काबुल की सैन्य अकादमी में हुए हमले में अभी तक 11 सैनिकों की मौत हो चुकी है।