अमरीका

उड़ते विमान में बोतल से बनाया इनहेलर, बचाई दो साल के बच्चे की जान

फ्लाइट में यात्रा के दौरान दो साल के बच्चे को पड़ा अस्थमा का अटैक, भारतीय मूल के डॉक्टर ने बचाई जान

Sep 29, 2015 / 10:03 am

सुभेश शर्मा

khurdhid guru

नई दिल्ली। स्पेन से यूएस जा रही एयर कनाडा की फ्लाइट में यात्रा के दौरान एक दो साल के बच्चे को अस्थमा का अटैक पड़ा। ऐसी स्थिति में उसे मेडिकेशन की सख्त जरूरत थी। उसके परिवार ने गलती से दवाइयों को बैग में पैक कर दिया था, जो कार्गो में था। उसी फ्लाइट में यात्रा कर रहे भारतीय मूल के डॉ. खुर्शीद गुरू ने जब यह सुना कि एक बच्चे को अस्थमा अटैक आया है तो उन्होंने एक प्लास्टिक वॉटर बॉटल, एक कप, कुछ टेप और एक ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद से एक नया अविष्कार किया।

इन छोटी छोटी चीजों की मदद से डॉ. गुरू ने एक अस्थायी इनहेलर बनाकर बच्चे की जान बचा ली। हजारों फीट की ऊंचाई पर किसी भी प्रकार की मदद मिलना असंभव था। डॉ. खोज की मदद से बच्चे की जान बच गई।जब डॉ. गुरू ने देखा कि बच्चे का ऑक्सीजन लेवल तेजी से नीचे गिर रहा है तो उन्होंने खतरे को पहचानते हुए जल्दी से कुछ करने का प्लान किया।

न्यूयॉर्क में रहते हैं गुरु
डॉ. गुरू न्यूयॉर्क के रोबोटिक सर्जरी ऐट रोसवेल पार्क कैंसर इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर है। मरीजों का इलाज करने के लिए अत्याधुनिक रोबॉट्स के साथ काम करने वाले डॉक्टर ने प्लास्टिक बॉटल के होल में अडल्ट इनहेलर को जोड़ा। ऐसा करने से बच्चे के लिए सांस लेना काफी आसान हो गया। गुरू ने अपने डिजाइन को और अधिक मॉडिफाई करते हुए एक प्लास्टिक के कप में पीछे की तरफ होल किया और उसे बॉटल से जोड़ दिया।

गुरू की इस कोशिश से वह कप बच्चे के मुंह और नाक पर पूरी तरह से फिट आ रहा था। इस असामान्य से ट्रीटमेंट के बाद कुछ ही मिनट में बच्चे का ऑक्सीजन लेवल नॉर्मल हो गया। डॉ. गुरू ने युनाइटेड ब्रेवरीज कलैबरेटर के साथ मिलकर आरओएसएस नाम का पहला रोबोटिक सर्जिकल सिमुलेटर डिवलेप किया है। नवंबर में उन्हें थॉमस बी टॉमसी एमडी, पीएचडी होप अवार्ड भी दिया जाएगा।

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