कैबिनेट बैठक शुरू होने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रंप ने पूर्व रक्षा मंत्री पर तीखा हमला बोला। इस समय कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक शैनाहन भी उनके साथ थे। ट्रंप ने अफगानिस्तान में जारी सुरक्षा संकट और युद्धग्रस्त देश में अमरीका के खर्चों पर अफसोस जाहिर किया। उन्होंने यहां तक कहा कि- ‘मैटिस ने मेरे लिये क्या किया? उन्होंने अफगानिस्तान में कैसा काम किया?’
ट्रंप ने कहा- ‘मैं अफगानिस्तान में मैटिस की ओर से किए गए काम से खुश नहीं हूं। इसमें खुश होने की कोई वजह भी नजर नहीं आती।‘ ट्रंप ने यह भी कहा कि- मैं उनके भले की कामना करता हूं और मुझे पूरी उम्मीद है कि वह अच्छा काम करेंगे। ‘ साथ ही उन्होंने यह भी कहा- ‘जैसा कि आप जानते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने उन्हें पद से हटाया था, मैंने भी एैसा ही किया। मुझे सिर्फ परिणाम चाहिए।‘
बता दें, मैटिस ने सीरिया से अमरीकी सैनिकों को वापस बुलाने वाले ट्रंप के आदेश के बाद 20 दिसंबर को रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। अपने त्यागपत्र में मैटिस ने ट्रंप के साथ कई मामलों पर असहमति होने की बात की थी। साथ ही उन्होंने देश और भावी रक्षा मंत्री के सामने आने वाली चुनौतियों की बात भी कही थी।
अमरीकी सीनेट में विदेश संबंधों की समिति के सदस्य बॉब मेनेनडेज के अनुसार- मैटिस का इस तरह इस्तीफा बड़ा नुकसान है। साथ ही यह डोनाल्ड ट्रंप की नाकाम और अराजकता में उलझी हुई विदेश नीति का भी संकेत है।