रघुराम राजन को आरबीआई के गवर्नर के रूप में दूसरा टर्म मिलने की उम्मीद थी। हालांकि राजन अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद बतौर फैकल्टी शिकागो यूनिवर्सिटी के बूथ स्कूल ऑफ बिजनस में वापस चले गए थे। राजन ने बाद में खुलासा किया था कि कई मुद्दों पर उनकी और केंद्र सरकार की राय में फर्क था। इसमें एक नोटबंदी का फैसला भी था, जिसकी उन्होंने कड़ी आलोचना की थी