script

परमाणु निरस्त्रीकरण के मुद्दे पर सही दिशा में आगे बढ़ रहा उत्तर कोरिया: वाइट हाउस

locationनई दिल्लीPublished: Apr 26, 2018 12:23:39 pm

Submitted by:

Mohit sharma

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने बुधवार को कहा कि उत्तर कोरिया कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु निरस्त्रीकरणके मुद्दे पर सही दिशा में आगे बढ़ रहा ह

nuclear disarmament

नई दिल्ली। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने कहा कि उत्तर कोरिया कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु निरस्त्रीकरणके मुद्दे पर सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। इससे पहले मंगलवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन बहुत खुले ख्यालातों के हैं और उन्हें उम्मीद है कि अमरीका सम्मानीय तरीके से ही उत्तर कोरिया से निपटेगा।

गूगल पर टाइप किया भारत का पहला पीएम कौन? तो जवाब देख उलझन में पड़ गए लोग

द.कोरिया के राष्ट्रपति मून जे किम जोंग उन से करेंगे मुलाकात

सैंडर्स ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि उत्तर कोरिया कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण का इच्छुक है। उन्होंने कहा कि वे सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सैंडर्स ने कहा कि ट्रंप उनके (किम जोंग) के साथ बैठना और इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करना चाहते हैं। गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन शुक्रवार को किम जोंग उन से मुलाकात करेंगे। ट्रंप का कहना है कि किम जोंग के साथ उनकी बैठक मई या जून की शुरुआत में होगी।

हरियाणा: 5 साल की बच्ची से दरिंदगी की सारी हदें पार, हत्या कर शव के साथ किया रेप

क्या है अमरीका-नॉर्थ कोरिया विवाद

बता दें कि अमरीका और नॉर्थ कोरिया के बीच तनातनी लगातार बढ़ती जा रही है। जिसका सबसे बड़ा कारण नॉर्थ कोरिया की ओर से किए गए छह परमाणु परीक्षण और अमरीका को दी जा रही लगातार युद्ध की धमकी है। प्योंगयांग ने ऐसी मिसाइलों को परीक्षण किया है, जिनकी मारक क्षमता अमरीका के कई बड़े शहरों तक है। इसके साथ ही प्योंगयांग के नेता किम जोंग उन ने गुआम प्रायद्वीप को उड़ाने की धमकी दी है। यह प्रायद्वीप अमरीका की टैरेट्री है, जिस पर अमरीका के कई सन्य बेस और 10 हजार से अधिक सैनिक तैनात हैं। यही नहीं यहां लाखों की संख्या में अमरीकी नागरिक भी रहते हैं। गुआम नॉर्थकोरिया की सीधी एप्रोच में होने के कारण अमरीका आक्रमक मोड़ में आ गया था, जिसके चलते अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूएन महासभा के सम्मेलन के दौरान नॉर्थ कोरिया में बमबारी की चेतावनी दी थी। यही नहीं इसके साथ ही अमरीका और संयुक्त राष्ट्र के कहने पर चीन समेत कई देशों ने नॉर्थ कोरिया पर कई तरह के प्रतिबंध भी लगा दी दिए थे। जिसको देखते हुए दोनों देशों के बीच युद्ध की संभावनाएं प्रबल हो गई थी।

ट्रेंडिंग वीडियो