इसका मतलब अब दुनिया में फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन कोरोना के खिलाफ पूर्ण वैक्सीन हो गई है। अभी तक दुनियाभर में जितने भी वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है उन सभी को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। फाइज़र की वैक्सीन को अमरीका में 16 से अधिक उम्र के सभी लोगों को दी जा रही है।
ब्रिटेन में 12-15 साल के बच्चों को Pfizer की वैक्सीन लगाने की मंजूरी, एम्स डायरेक्टर बोले- भारत में भी लगाया जा सकेगा टीका
ब्रिटेन की मेडिसिन रेगुलेटरी बॉडी ने इससे पहले बीते जून महीने में फाइज़र-बायोएनटेक की वैक्सीन को 12-15 साल उम्र के बच्चों में इस्तेमाल की छूट दी थी। अथॉरिटी ने कहा था कि यह वैक्सीन इस आयु समूह के लिए पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावकारी है।
पिछले साल से मिली थी वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी
कार्यवाहक एफडीए आयुक्त जेनेट वुडकॉक, एमडी ने कहा “इस टीके को एफडीए की मंजूरी एक मील का पत्थर है क्योंकि हम अभी भी कोविड -19 महामारी से लड़ रहे हैं। हालांकि यह और अन्य टीके का आपातकालीन उपयोग किया जा रहा था, जो वैज्ञानिक मानकों को पूरा करते हैं और अब एफडीए-अनुमोदित कोविड -19 वैक्सीन के रूप में, आम लोग बहुत आश्वस्त हो सकते हैं कि यह टीका सुरक्षा, प्रभावशीलता और निर्माण गुणवत्ता के लिए उच्च मानकों को पूरा करती है।
बता दें कि 11 दिसंबर 2020 से फाइजर-बायोएनटेक कोविड -19 वैक्सीन को यूरोपीय संघ की अनुमति मिलने के बाद से 16 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को लगाया जा रहा है। इसके बाद 10 मई 2021 को 12-15 वर्ष की आयु के लोगों को भी लगाने की अनुमति दी गई है।